Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री अवार्ड से नवाजी गयीं हिमाचल की राधिका

संयुक्त राष्ट्र, 31 मई (एजेंसी) संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कांगो में संयुक्त राष्ट्र मिशन में सेवा दे चुकीं भारतीय महिला शांति रक्षक मेजर राधिका सेन को ‘एक सच्ची नेता और आदर्श’ बताते हुए कहा कि उनकी सेवा...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

संयुक्त राष्ट्र, 31 मई (एजेंसी)

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कांगो में संयुक्त राष्ट्र मिशन में सेवा दे चुकीं भारतीय महिला शांति रक्षक मेजर राधिका सेन को ‘एक सच्ची नेता और आदर्श’ बताते हुए कहा कि उनकी सेवा समग्र रूप से संयुक्त राष्ट्र के लिए एक योगदान है। कांगो गणराज्य में संयुक्त राष्ट्र संगठन स्थिरीकरण मिशन में सेवा दे चुकीं मेजर सेन को अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक दिवस के मौके पर यहां विश्व निकाय के मुख्यालय में गुतारेस ने प्रतिष्ठित ‘2023 यूनाइटेड नेशंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड’ प्रदान किया।

Advertisement

गुतारेस ने ‘डैग हैमरस्कजॉल्ड’ पदक और ‘मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर’ समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा, ‘मेजर सेन एक सच्ची नेता और आदर्श हैं। उनकी सेवा समग्र रूप से संयुक्त राष्ट्र के लिए एक योगदान है। आइए, मेरे साथ मिलकर भारत की मेजर राधिका को बधाई दीजिए। मुझे उन्हें ‘मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवार्ड’ देते हुए बहुत गर्व हो रहा है।’ मेजर सेन भारतीय त्वरित तैनाती बटालियन की कमांडर के तौर पर मार्च 2023 से अप्रैल 2024 तक कांगो गणराज्य के पूर्व में तैनात थीं। गुतारेस ने मेजर सेन और सभी शांति रक्षकों को उनकी सेवा, नेतृत्व और महिला, शांति एवं सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय दल की कमांडर के रूप में मेजर सेन ने अनगिनत गश्तों के दौरान अपनी इकाई का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा, ‘इन गश्तों के दौरान उत्तरी किवु में बढ़ते संघर्ष के माहौल के बीच उनके सैनिकों ने संघर्ष प्रभावित समुदायों, विशेष रूप से महिलाओं और लड़कियों के साथ सक्रिय संवाद किया और उन्होंने उनका विश्वास जीता। ऐसा उन्होंने विनम्रता, करुणा और समर्पण के साथ किया।’

Advertisement

आठ साल पहले हुई थीं सेना में भर्ती

हिमाचल प्रदेश में 1993 को जन्मी मेजर सेन आठ साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुईं। उन्होंने बायोटेक इंजीनियर के तौर पर स्नातक किया। जब उन्होंने सेना में शामिल होने का फैसला किया था, उस समय वह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) बॉम्बे से परास्नातक की पढ़ाई कर रही थीं।

Advertisement
×