काबुल, 9 सितंबर (एजेंसी)
राजधानी काबुल में बुधवार को देश के पहले उपराष्ट्रपति के काफिले को निशाना बना कर किये गये बम हमले में 10 नागरिकों की मौत हो गई और उपराष्ट्रपति के कई बॉडीगार्डों समेत कम से कम एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। गृह मंत्रालय ने बताया कि अभी किसी संगठन ने तत्काल हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है और तालिबान ने हमले में भूमिका से इनकार किया है। उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह इस हमले में मामूली रूप से झुलस गए हैं।
सालेह जो अफगानिस्तान के खुफिया प्रमुख रह चुके हैं, ने हमले के शीघ्र बाद टेलीविजन पर बताया कि वह सुरक्षित हैं और वह मामूली रूप से झुलसे हैं। टीवी फुटेज में उनके एक हाथ में बैंडेज लगा दिखा है। सालेह फुटेज में यह कहते हुए दिखे हैं कि वह और उनके छोटे बेटे सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरा चेहरा और हाथ मामूली रूप से आग की लपटों से जला है।’
गृह मंत्रालय ने बताया कि काफिला काबुल के उस हिस्से से गुजर रहा था जहां खाना बनाने और घरों को गर्म रखने वाले गैस सिलेंडर की बिक्री होती है। इस विस्फोट की वजह से कई दुकानों में आग लग गई, दर्जनों घरों के शीशे टूट गए, कारें क्षतिग्रस्त हो गई और हर ओर मलबा बिखरा दिखा।
भारत ने की निंदा
भारत ने हमले की निंदा की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने ट्वीट किया, ‘भारत, अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरूल्ला सालेह पर कायराना आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता है।’