मास्को, 10 अक्तूबर (एपी)
आर्मीनिया और आजरबैजान, रूसी हस्तक्षेप के बाद नागोरनो-काराबाख में शनिवार दोपहर से संघर्षविराम लागू करने पर सहमत हो गए। नागोरनो-काराबाख क्षेत्र में 27 सितंबर को दोनों देशों के बीच संघर्ष शुरू हुआ था। यह क्षेत्र आजरबैजान के तहत आता है लेकिन इस पर स्थानीय आर्मीनियाई बलों का नियंत्रण है। यह 1994 में खत्म हुए युद्ध के बाद इस इलाके में सबसे गंभीर संघर्ष है। इस संघर्ष में अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है। आर्मीनिया और आजरबैजान के विदेश मंत्रियों ने एक बयान में कहा कि संघर्षविराम का मकसद कैदियों की अदला-बदली करना तथा शवों को लेना है। इसमें कहा गया है कि अन्य बातों पर सहमति बाद में बनेगी। संघर्षविराम लागू होने के कुछ ही मिनटों बाद दोनों देशों ने संघर्षविराम के उल्लंघन का एक दूसरे पर आरोप लगाया। हालांकि इन दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं हुई है। इस घोषणा से पहले मास्को में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की देखरेख में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच 10 घंटे तक वार्ता हुई थी। लावरोव ने कहा कि यह संघर्षविराम विवाद निपटाने के लिए वार्ता का मार्ग प्रशस्त करेगा।