काबुल (एजेंसी) : अफगानिस्तान में तालिबान के आतंकवादियों ने मंगलवार सुबह पूर्वी अफगानिस्तान में एक सैन्य अड्डे पर हमला किया। इसमें लोक सुरक्षा बल के कम से कम 3 कर्मियों की मौत हो गई। पाकिता प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता ने अब्दुल रहमान मंगल ने कहा कि इस हमले में 5 अन्य कर्मी घायल हो गए। मंगल ने बताया कि प्रांत की राजधानी गारदेज में कार सवार एक आत्मघाती हमलावर ने अड्डे के प्रवेश द्वार को निशाना बनाया और इसी दौरान दो बंदूकधारी सुरक्षा बलों पर गोलीबारी करने लगे। उन्होंने बताया कि 10 मिनट तक दोनों ओर से हुई गोलीबारी में सुरक्षाबलों ने दोनों हमलावरों को मार गिराया। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा है कि गारदेज में हुए हमले की जिम्मेदारी समूह लेता है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय शांति वार्ता के लिए बने एक परिषद में 46 सदस्यों की नियुक्ति के बाद यह हमला हुआ है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।