सारण, 13 अगस्त (एजेंसी) बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब पीने से पिछले तीन दिन में सात लोगों की मौत हो गई। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह इसी जिले में शराब पीने से 11 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग बीमार हो गए थे। पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि शराब बेचने वाले संदिग्धों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है। पिछले सप्ताह की घटना मेकर थाना अंतर्गत आने वाली फुलवरिया पंचायत की है। इस मामले में थाने के प्रभारी और स्थानीय चौकीदार को निलंबित कर दिया गया है। बिहार सरकार ने अप्रैल 2016 में शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था। लेकिन, पिछले साल नवंबर के बाद से राज्य में जहरीली शराब से जुड़ी कई घटनाएं हुईं जिनमें 60 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।