नयी दिल्ली, 12 अगस्त (एजेंसी) स्वतंत्रता दिवस से तीन दिन पहले दिल्ली पुलिस ने पूर्वी जिले से करीब दो हज़ार कारतूस बरामद किए और इस सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (पूर्वी क्षेत्र) विक्रमजीत सिंह के अनुसार, प्रथम दृष्टया आरोपियों के आपराधिक नेटवर्क से जुड़े होने की आशंका है, हालांकि उन्होंने आतंकी पहलू से इनकार नहीं किया। आयुक्त के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए छह लोगों में से दो की पहचान राशिद और अजमल के तौर पर की गयी है। उन्होंने बताया कि एक ऑटो रिक्शा चालक ने पुलिस को दोनों के बारे में सूचना दी थी। सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘कुल 2,251 कारतूस बरामद किए गए हैं। हमें छह अगस्त को एक ऑटो चालक से इसकी सूचना मिली थी, जिसने दोनों को आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर छोड़ा था।’ उन्होंने कहा, ‘अब तक गिरफ्तार किए गए छह लोगों में से एक आरोपी देहरादून का निवासी है। वह एक बंदूक की दुकान का मालिक है। प्रथम दृष्टया आरोपियों के आपराधिक नेटवर्क से जुड़े होने की आशंका है। पुलिस हालांकि आतंकी पहलू से इनकार नहीं कर रही है।’
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।