मियामी, 17 अगस्त (एजेंसी) भारत के युवा ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा ने एफटीएक्स क्रिप्टो कप में शानदार प्रदर्शन बरकरार रखते हुए दूसरे दौर में नीदरलैंड के अनीश गिरी को हराकर लगातार दूसरी जीत दर्ज की। इससे पहले प्रज्ञानानंदा ने शीर्ष वरीयता प्राप्त जूनियर अलीरजा फिरोजा को हराया था। सत्रह बरस के भारतीय खिलाड़ी ने चौथे और आखिरी गेम में अहम जीत दर्ज की और गिरी की यह लगातार दूसरी हार थी। हाल ही में महाबलीपुरम में हुए शतरंज ओलंपियाड में कांस्य पदक जीतने वाली भारत बी टीम के अहम सदस्य प्रज्ञानानंदा ने चौथे गेम में 81 चालों में जीत दर्ज की, जबकि पहले तीन गेम ड्रॉ रहे थे। प्रज्ञानानंदा और दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन अब छह अंक लेकर शीर्ष पर हैं । कार्लसन ने हैंस नीमैन को मात दी। अब प्रज्ञानानंदा का सामना कार्लसन से होगा।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।