श्रीनगर, 18 अगस्त (एजेंसी) जम्मू-कश्मीर में ‘बाहरी’ लोगों का मतदाता के तौर पर पंजीकरण किये जाने के कदम का पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने तीखा विरोध किया है। उन्होंने बृहस्पतिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में आम तौर पर रहने वाले बाहरी लोगों को नौकरी, शिक्षा या व्यापार करने के लिए मतदाताओं के रूप में पंजीकरण की अनुमति देने का चुनाव अधिकारियों का कदम यहां ‘लोकतंत्र के ताबूत में आखिरी कील ठोकने’ की तरह है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी हृदेश कुमार के अनुसार, जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त करने के बाद पहली बार मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण किया जा रहा है। केंद्र शासित प्रदेश में करीब 25 लाख नए मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज होने की उम्मीद है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने नेशनल काॅन्फ्रेंस (नेकां) के नेता फारूक अब्दुल्ला से अनुरोध किया है कि वह इस संबंध में चर्चा के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाएं, ताकि इससे निपटने के लिए मिलकर कोई कदम उठाया जा सके। उन्होंने नेकां प्रमुख से उन दलों को भी आमंत्रित करने को कहा है, जिनके साथ मतभेद हैं।