साउथम्पटन, 28 अगस्त (एजेंसी)
क्रिकेट आस्ट्रेलिया (सीए) ने कोरोना संक्रमण के फैलने के जोखिम को कम करने की कोशिश में इंग्लैंड के खिलाफ सीमित ओवरों की शृंखला के दौरान गेंद को चमकाने के लिये अपने खिलाड़ियों को सिर, चेहरे और गर्दन से पसीने के इस्तेमाल से रोक दिया है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने महामारी से बचने के लिये अंतरिम स्वास्थ्य सुरक्षा के लिये गेंद पर लार के इस्तेमाल को प्रतिबंधित कर दिया है। हालांकि खिलाड़ी शरीर पर कहीं से भी पसीने का इस्तेमाल कर सकता है और गेंद पर लगा सकता है, लेकिन सीए इस वायरस के फैलने के किसी भी जोखिम को कम करने के लिये सतर्कता बरत रहा है। क्रिकेट डॉट कॉम डॉट यू के अनुसार बोर्ड की चिकित्सा सलाह के आधार पर उसने अपने खिलाड़ियों को कहा कि वे मुंह या नाक के पास से पसीने का इस्तेमाल नहीं करें। इससे खिलाड़ियों के पास चार सितंबर से साउथम्पटन में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली शृंखला के दौरान पेट या कमर के पास से ही पसीने के इस्तेमाल का विकल्प बचता है। टीम के मुख्य तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क को लगता है कि इससे सीमित ओवरों के प्रारूप में ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। स्टार्क ने कहा कि सफेद गेंद की क्रिकेट में यह इतना अहम नहीं है। एक बार नयी गेंद से खेलना शुरू होता है तो आप इसे सूखा रहने की कोशिश करते हो। यह लाल गेंद की क्रिकेट में ज्यादा अहम होता है। इंग्लैंड के खिलाड़ी वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ शृंखला के दौरान अपनी पीठ और माथे से पसीने का इस्तेमाल करते हुए दिखायी दिये थे।