नयी दिल्ली, 4 फरवरी (एजेंसी)
स्टार जिम्नास्टिक खिलाड़ी दीपा कर्माकर पर अंतर्राष्ट्रीय टेस्टिंग एजेंसी (आईटीए) द्वारा कराये गए डोप टेस्ट में नाकाम रहने के बाद 21 महीने का प्रतिबंध लगा दिया गया है। पिछले साल भारतीय अधिकारियों द्वारा किया गया यह दावा कि उसका निलंबन डोपिंग से संबंधित नहीं है, गलत साबित हुआ। कर्माकर के डोप नमूने आईटीए द्वारा प्रतिस्पर्धा से इतर लिये गए। आईटीए अंतर्राष्ट्रीय जिम्नास्टिक महासंघ (एफआईजी) के डोपिंग निरोधक कार्यक्रम का जिम्मा संभालने वाली स्वतंत्र एजेंसी है। कर्माकर का प्रतिबंध इस साल 10 जुलाई को खत्म होगा क्योंकि उसके नमूने 11 अक्तूबर 2021 को लिये गए थे। आईटीए ने एक बयान में कहा, ‘आईटीए इसकी पुष्टि करता है कि दीपा कर्माकर पर 21 महीने का प्रतिबंध लगाया गया था जो 10 जुलाई 2023 को खत्म होगा। वह हिजेनामाइन के सेवन की दोषी पाई गई थी जो विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी की प्रतिबंधित सूची में है।’
डोपिंग मामले के निपटान को स्वीकार किया अस्थायी निलंबन : दीपा
प्रतिबंध झेल रही भारतीय जिम्नास्टिक स्टार दीपा कर्माकर ने शनिवार को कहा कि मामला बिना किसी परेशानी के निपटाने के लिये उन्होंने अस्थायी निलंबन स्वीकार किया था। कर्माकर ने यह भी कहा कि उन्होंने अनजाने में प्रतिबंधित पदार्थ हिजेनामाइन (एस3 बीटा2) का सेवन किया जो विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी की प्रतिबंधित सूची में है। कर्माकर ने ट्वीट किया,’मैने अनजाने में उसे लिया और मुझे पता नहीं कि उसका स्रोत क्या था। मैने अंतर्राष्ट्रीय महासंघ के साथ मामला बिना किसी परेशानी के निपटाने के लिये अस्थायी निलंबन स्वीकार कर लिया।’