मोहाली, 21 सितंबर (एजेंसी)
भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय शृंखला की शुरुआत से पहले गुरुवार को कहा कि रविचंद्रन अश्विन की क्षमता के गेंदबाज को ‘ट्रायल’ पर नहीं रखा जाता जबकि सूर्यकुमार यादव जैसी क्षमता के खिलाड़ी को विश्व कप टीम में अपनी जगह की चिंता करने की जरूरत नहीं है। अश्विन और वाशिंगटन सुंदर को अक्षर पटेल के संभावित विकल्प के रूप में टीम में जगह दी गई है और अगर यह स्पिन गेंदबाजी ऑलराउंडर जांघ की चोट से उबरने में नाकाम रहता है तो इन दोनों में से किसी एक को टीम में जगह मिल सकती है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय शृंखला को अश्विन और वाशिंगटन के बीच ट्रायल के रूप में देखा जा रहा है। द्रविड़ हालांकि अनुभवी ऑफ स्पिनर अश्विन के दर्जे के खिलाड़ी के लिए ‘ट्रायल’ शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहते। द्रविड़ ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, ‘मैं यह नहीं कहूंगा कि यह उसके (अश्विन के लिए) लिए ट्रायल या कुछ और है, हमें उसके स्तर का पता है। यह उसके पास इस प्रारूप में खेलने का मौका है और हम बस उसे दो या तीन मैच खेलने का मौका देना चाहते हैं।’ अक्षर अगर टीम में जगह नहीं बना पाते हैं तो अश्विन अपने वर्षों के अनुभव के साथ आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने के आदर्श दावेदार होंगे। द्रविड़ ने कहा, ‘ मुझे नहीं लगता कि सूर्या को 27 सितंबर को लेकर चिंता करने की जरूरत है। इसीलिए हमने विश्व कप के लिए अपनी टीम नहीं चुनी, और सूर्या उसमें हैं और हम इसका पूरी तरह से समर्थन करते हैं।’
यह भी पता चला है कि श्रृंखला के दौरान तेज गेंदबाजों को रोटेट (बदलकर इस्तेमाल करना) किया जाएगा जिससे कि उन्हें विश्व कप के लिए तरोताजा रखा जा सके। इसी को देखते हुए टीम प्रबंधन ने रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों को भी आराम दिया है।