खेलों की पाठशाला
पुस्तकें मिलीं
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मनदीप सिंह सुनाम की पुस्तक ‘स्कूल और खेल’ का अनुवाद कुमकुम ने किया है। अंतर्राष्ट्रीय खेलों में भारतीयों के प्रदर्शन के मद्देनजर रचनाकार मानते हैं कि खेलों की बुनियाद स्कूलों से ही डाली जानी चाहिए। खेलों में सक्रियता से जहां विद्यार्थियों की ऊर्जा और गतिशीलता बढ़ेगी, वहीं हमें राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी भी मिलेंगे। पुस्तक में योग, खेल और शारीरिक शिक्षा के अलावा फ्लाइंग सिंह मिल्खा सिंह, हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद, नीरज चोपड़ा आदि का प्रेरक जीवन भी दर्शाया गया है।
पुस्तक : स्कूल और खेल रचनाकार : मनदीप सिंह सुनाम प्रकाशक : सप्तऋषि पब्लिकेशन, चंडीगढ़ पृष्ठ : 56 मूल्य : रु. 125.
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