त्रैमासिकी ‘रचना’ का एकांकी विशेषांक-3 एक संयुक्तांक है। मौजूदा दौर में नाटक एवं एकांकी विधा में सन्नाटे को तोड़ने की कोशिश हुई है। अंक में शामिल एकांकियों में सुदर्शन वशिष्ठ की रचना वसुधा की डायरी, कृष्ण चन्द्र महादेविया के एकांकी जल ही जीवन है और खाली कप, अरविंद ठाकुर के हैंगओवर और गले की हड्डी, कल्याण जग्गी के एकांकी—वह जीवित हो उठा तथा बापू नाराज हो जायेंगे, त्रिलोक मेहरा की रचना उल्लू, गंगा राम राजी का नो मम्मी नो तथा डॉ. सुशील कुमार फुल्ल की रचना छवि शामिल है।
पत्रिका : रचना संपादक : डॉ. आशु फुल्ल प्रकाशक : रचना साहित्य एवं कला मंच, पालमपुर पृष्ठ : 64 मूल्य: नि:शुल्क