स्व. डॉ. महाराज कृष्ण जैन ने कहानी लेखन महाविद्यालय के माध्यम से साहित्य सरोकारों के संवर्धन के लिये जो मशाल जगायी थी, उस सृजन कर्म की उत्तराधिकारी श्रीमती उर्मि कृष्ण ने उस रोशनी को समृद्ध ही किया है। महाविद्यालय के मुखपत्र शुभ तारिका में स्थायी स्तंभों के साथ लघुकथाओं को विशेष स्थान मिला है। निस्संदेह कोरोना काल में सीमित साधनों के बीच पत्रिका का प्रकाशन एक बड़ी चुनौती है। क्षेत्रीय रचनाकारों के मंच के रूप में पत्रिका साहित्य की सभी विधाओं को सम्मान देती रही है।
पत्रिका : शुभ तारिका संपादक : उर्मि कृष्ण प्रकाशक : कृष्णदीप, अंबाला छावनी पृष्ठ : 34 मूल्य : रु. 15.