हिंदी-राजस्थानी में बाल-साहित्य पर साधिकार कलम चलाने वाले राजेश अरोड़ा के बाल कथा संग्रह ‘प्रीत लड़ी में सब बंधे’ में संकलित ग्यारह कहानियां जीवन मूल्यों से जुड़े संदेश बाल पाठकों को देती हैं। उन्होंने हिंदी में आठ तथा राजस्थानी में सात बाल साहित्य की रचनाएं पाठकों को दी हैं। कहानियों में बाल संस्कार का सुर प्रबल है। शीर्षक कहानी में नायक उदित गुरुमंत्र से सफलता हासिल कर संवेदनशील अधिकारी बनता है।
पुस्तक : प्रीत लड़ी में सब बंधे रचनाकार : राजेश अरोड़ा प्रकाशक : नवकिरण प्रकाशन, बीकानेर पृष्ठ : 62 मूल्य : रु. 200.
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