अ से अनार, आ से आम
बच्चो जग में करो नाम।
इ से इमली, ई से ईख
बड़ों से मिलती है सीख।
उ से उल्लू, ऊ से ऊन
रात को चमकते मामा मून।
ऋ से तो होता है ऋषि
भारत के लोग करते कृषि।
ए से एड़ी, ऐ से ऐनक
दादाजी से घर में रौनक।
ओ से ओखली, औ से औरत
छोटे बड़ों से करो मोहब्बत।
अं से अंगूर, अः से खाली
सीख गए तो बजाओ ताली।
– मो. ज़मील
पढ़कर ऊंचा नाम करो
अच्छी-अच्छी आदत डालो,
अच्छे-अच्छे काम करो।
सुबह जागकर सबसे पहले,
सबको तुम प्रणाम करो।
प्रकृति के सान्निध्य में नित्य,
सैर करो, व्यायाम करो।
रहो निरन्तर लगे कर्म में,
दिन में ना आराम करो।
अच्छा सोचो, अच्छा खाओ,
पढ़कर ऊंचा नाम करो।
– आशा खत्री ‘लता’