चंडीगढ़, 23 जनवरी (ट्रिन्यू)
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हरियाणा निवास में शनिवार को वरिष्ठ आईएएस और जनसंपर्क विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव धीरा खंडेलवाल के दो कविता संग्रहाें ‘मेघ मेखला’ और ‘रेशमी रस्सियां’ का लोकार्पण किया।
धीरा खंडेलवाल इससे पूर्व ‘मुखर मौन’, ‘सांझ सकारे’, ‘ख्यालों के खलिहान’ व ‘अंतर आकाश’ नामक कविता संग्रह भी लिख चुकी हैं। इतना ही नहीं, उनके दो हाइकु संग्रह – ‘तारों की तरफ’ और ‘मन-मुकुर’ भी प्रकाशित हो चुके हैं। इस मौके पर सीएम ने कहा कि धीरा के संग्रह की लगभग सभी पंक्तियां बेहद आत्मीय तथा मार्मिक हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सीएम ने कहा कि आज के दिन धीरा खंडेलवाल के कविता संग्रहों का लोकार्पण एक विशेष महत्व रखता है। चूंकि इस वर्ष से नेताजी की जयंती को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। कार्यक्रम का आयोजन हरियाणा साहित्य अकादमी ने किया, जबकि मंच का संचालन अकादमी के निदेशक डॉ़ चंद्र त्रिखा ने किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव विजय वर्धन ने कहा कि धीरा खंडेलवाल की कविताएं हमेशा आशा की एक किरण दिखाती हैं और उनके लेखन में आशावाद की भावना रहती है। मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी ने कहा कि धीरा खंडेलवाल के पास एक बड़ा प्रशासनिक अनुभव है और समय के साथ-साथ उनके साहित्यिक कौशल में काफी सुधार हुआ है। इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पूर्व अधिष्ठाता व हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो़ लालचंद गुप्त ‘मंगल’, केंद्रीय साहित्य अकादमी, नयी दिल्ली के उपाध्यक्ष माधव कौशिक, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के हिंदी विभाग के प्रोफेसर डॉ. गुरमीत सिंह ने भी धीरा खंडेलवाल के लेखन की तारीफ की। इस मौके पर राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास, लोक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एसएन रॉय, राज्यपाल की सचिव जी़ अनुपमा, सीएम के प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, अतिरिक्त प्रधान सचिव अमित कुमार अग्रवाल, हरेरा गुरुग्राम के अध्यक्ष डॉ़ केके खंडेलवाल मौजूद रहे।
सरकार ने दिया साहित्य को बढ़ावा : धीरा इस मौके पर धीरा खंडेलवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य में साहित्य को बढ़ावा के लिए कई नये फैसले लिए हैं। अकादमियों के बजट में भी काफी वृद्धि की गई है। खंडेलवाल ने कहा, मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे बचपन से ही साहित्य लेखन का माहौल मिला। उन्होंने कहा, नया संग्रह ‘मेघ मेखला’ शक्ति का और ‘रेशमी रस्सियां’ सुखद बंधन का प्रतीक हैं।
शुरू होगा ‘युवा साहित्य पुरस्कार’
इस मौके पर सीएम मनोहर लाल खट्टर ने प्रदेश के युवा साहित्यकारों को प्रोत्साहित करने के लिए ‘युवा साहित्य पुरस्कार’ शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा, यह पुरस्कार साहित्य के क्षेत्र में नई प्रतिभाओं का उत्साह बढ़ाएगा।
‘मैं भी नवोदित लेखक हो गया’
सीएम खट्टर ने लगभग चार दशक पहले सुनी एक कविता की स्मृतियों के आधार पर अपने भावों को काव्य रूप में सुनाया। बाद में उन्होंने अकादमी की नव लेखकों को प्रोत्साहित करने की योजना की जानकारी देते फिर चुटकी ली कि मैं भी नवोदित लेखक हो गया हूं और आज पहली बार काव्य पाठ भी किया है , मुझे भी नवलेखक पुरस्कार दिया जाये।