विधायक और दो पूर्व मेयर के समर्थन से भाजपा ने बनाई मजबूती
हिसार, 23 फरवरी (हप्र)
हिसार नगर निगम चुनाव में मेयर पद के लिए नए चेहरे व्यवसायी प्रवीण पोपली को प्रत्याशी बनाकर भाजपा ने जहां सभी को चौंका दिया तो वहीं रणनीतिक ढंग से प्रवीण पोपली की जीत की राह भी पार्टी ने लगभग आसान कर दी है। भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में न सिर्फ 2 पूर्व मेयर हैं बल्कि हिसार शहर से मौजूदा विधायक और दूसरे स्थान पर रहने वाला कांग्रेस प्रत्याशी भी है। ऐसे में अब वे चुनाव में नया चेहरा होने के बावजूद मजबूत प्रत्याशी बन गए हैं।
भाजपा प्रत्याशी प्रवीण पोपली पंजाबी समाज से हैं और उनका परिवार आरएसएस से जुड़ा रहा है। पिता रामस्वरूप पोपली संघ के स्वयंसेवक थे। प्रवीण भी लंबे समय से भाजपा से जुड़े हैं। वे 2005 से संगठन में पूरी तरह से सक्रिय हैं। वे जिला महामंत्री का पद भी संभाल चुके हैं और वर्तमान में नमो एप के प्रदेश सह संयोजक हैं। जब प्रवीण को प्रत्याशी घोषित किया गया तो चर्चाएं थीं कि कांग्रेस किसी नए व मजबूत चेहरे को प्रत्याशी बनाएगी, लेकिन कांग्रेस ने नप चेयरमैन रहे कृष्ण सिंगला को प्रत्याशी बना दिया। कृष्ण सिंगला के बारे में चर्चाएं हैं कि वे पार्टी में बेशक सक्रिय रहे हैं, लेकिन सामाजिक कार्यों में उनका लोगों से पहले जैसा जुड़ाव नहीं रहा। भाजपा ने अपने प्रत्याशी के समर्थन में सबसे पहले तब चौंकाया, जब नामांकन वापसी के दिन 19 फरवरी को निर्दलीय प्रत्याशी रामनिवास राड़ा ने अपना नामांकन भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में वापस ले लिया और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में भाजपा में शामिल हो गए।
पूर्व मेयर आज करेंगे जनसभा, मुख्यमंत्री सैनी पहुंचेंगे
अब भाजपा को खतरा पिछले मेयर व पंजाबी समुदाय के नेता गौतम सरदाना की नाराजगी का लग रहा था। गौतम ने पिछला मेयर चुनाव भाजपा की टिकट पर लड़ा और जीता। पिछले विस चुनावों में उन्हें हिसार विस का टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ा और हार गए। अब मेयर चुनाव में पार्टी ने उनको वापसी का रास्ता दिखा दिया तो वे भी राजी हो गए। अब गौतम सरदाना 24 फरवरी को हिसार में भाजपा मेयर प्रत्याशी व 20 वार्डों के प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा कर रहे हैं जिसमें मुख्यमंत्री नायब सैनी स्वयं आएंगे। चर्चाएं ये भी है कि पिछले विधानसभा का निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले भाजपा के पूर्व जिला सचिव तरुण जैन और श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व चेयरमैन नरेश जांगड़ा को भी पार्टी ने वापसी के संकेत दे दिए हैं, लेकिन अभी इस बारे में न तो पार्टी और न ही दोनों बागी नेता कुछ स्पष्ट बोल रहे हैं।