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पानी के बदले खून की धमकी पाकिस्तान का कबूलनामा : अजीत

वानप्रस्थ संस्था ने पहलगाम हत्याकांड और भारत की प्रतिक्रिया विषय पर आयोजित की गोष्ठी
हिसार में वानप्रस्थ संस्था की ओर से आयोजित गोष्ठी में उपस्थित सदस्य। -हप्र
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हिसार, 1 मई (हप्र)

नदियों के पानी के बदले खून बहाने की धमकी देकर पाकिस्तान ने यह कबूल कर लिया है कि पहलगाम हत्याकांड उसी की करतूत है। बृहस्पतिवार को वरिष्ठ नागरिकों की संस्था वानप्रस्थ में पहलगाम हत्याकांड और भारत की प्रतिक्रिया पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया। गोष्ठी में पहलगाम में मारे गए 25 सैलानियों और घोड़ा मजदूर की याद में दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

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मुख्य वक्ता दूरदर्शन के पूर्व समाचार निदेशक अजीत सिंह थे जो आकाशवाणी के संवाददाता के तौर पर 19 वर्ष से अधिक समय जम्मू कश्मीर में बीता चुके हैं। उन्होंने कहा कि सिंधु नदी जल समझौते को निलंबित करके भारत ने पाकिस्तान पर करारी चोट की है। यह सच है कि तुरंत प्रभाव से जल प्रवाह नहीं रोका जा सकता पर भविष्य में सिंचाई और बिजली उत्पादन की नई योजनाएं शुरू कर पाकिस्तान की कृषि और अर्थव्यवस्था पर करारी चोट की जा सकती है। पाकिस्तान विद्युत और सिंचाई योजनाओं पर बार बार आपत्तियां उठा कर इनके निर्माण में बाधा नहीं डाल सकेगा। अजीत सिंह ने कहा कि देश में गुस्से और गम के माहौल को देखते हुए भारत को छोटा या बड़ा सैनिक अभियान तो चलाना ही पड़ेगा। विश्व जनमत और स्वयं कश्मीर में स्थानीय लोगों द्वारा घटना की निंदा और विरोध प्रदर्शन भी महत्वपूर्ण घटनाएं हैं। कश्मीर में आतंकवादियों और उनके आका पाकिस्तान का खुलकर पहली बार विरोध हुआ है। केंद्र सरकार को सभी पहलुओं पर विचार कर कोई फैसला करने देना चाहिए। सभी राजनीतिक दलों को आपसी मतभेद भुलाकर केंद्र सरकार का समर्थन करना चाहिए। कश्मीर में आतंकवाद आखिरी सांस ले रहा है। वहां अब 76 आतंकवादी सक्रिय हैं जिनमें केवल 16 स्थानीय हैं और शेष पाकिस्तानी।

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