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अवैध माइनिंग कर दूसरे गांव की सीमा में घुस गई कंपनी, हो गया पंगा

प्रशासन की मौजूदगी में हुई पैमाइश, किसानों की निजी जमीन पर की अवैध माइनिंग
चरखी दादरी के गांव गुडाना में रविवार को अवैध माइनिंग के खिलाफ रोष जताते ग्रामीणों को समझाते पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी। -हप्र
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चरखी दादरी, 1 जून (हप्र)

गांव गुडाना में ग्रामीणों ने माइनिंग कपंनी पर अवैध रूप से माइनिंग करने का आरोप लगाते हुए धरना दे रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने पुलिस की मौजूदगी में जमीन की पैमाइश करवाई तो दो दर्जन किसानों की निजी जमीन पर अवैध माइनिंग मिली।

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ग्रामीणों ने दूसरे गांव की सीमा में माइनिंग कंपनी द्वारा खनन करने का भी आरोप लगाया है। हालांकि प्रशासन ने मामले को लेकर रिपोर्ट भेजते हुए विभागीय कार्रवाई की बात कही है। मुआवजा की मांग करते हुए माइनिंग कंपनी पर जुर्माना लगाने की मांग उठाई है। साथ ही चेतावनी दी कि उनकी मांगे नहीं मानी तो भूख हड़ताल पर लंबी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।

बता दें कि माइनिंग कंपनी द्वारा गांव पिचोपा के पहाड़ में माइनिंग के लिए लीज पर ली हुई है। पिछले कुछ दिनों से माइनिंग कंपनी द्वारा गांव गुडाना की सीमा में घुसकर माइनिंग करने की जानकारी मिलने पर ग्रामीण एकजुट हुए और धरना देते हुए रोष प्रदर्शन किया। धरने के दौरान ही तहसीलदार सज्जन कुमार ने पुलिस की मौजूदगी में जमीन की पैमाइश भी करवाई।

पैमाइश में माइनिंग कंपनी द्वारा गांव गुडाना के दो दर्जन किसानों की जमीन पर अवैध रूप से खनन होना पाया तो ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। बाद में प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में किसान मनोज की अगुवाई में ग्रामीणों ने माइनिंग कंपनी पर अवैध रूप किये गये खनन का रोना रोया। किसान मनोज, धर्मेंद्र सिंह व किसान नेता जगबीर घसोला ने संयुक्त रूप से अधिकारियों पर मिलीभगत से अवैध खनन करवाने का आरोप लगाया। साथ ही कहा कि उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो वे भूख हड़ताल शुरू करते हुए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। वहीं तहसीलदार सज्जन कुमार ने कहा कि पैमाइश की गई है। पैमाइश की रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी जाएगी, जिसके आधार पर आगामी कार्रवाई करेंगे।

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