रोहतक, 13 सितंबर (निस)
हत्या के एक मामले में शक के आधार पर लाखनमाजरा थाने के तीन पुलिस कर्मियों ने दसवीं के दो छात्रों को हिरासत में लेकर उनकी बेहरमी से पिटाई की। इस वजह से एक छात्र की आंख की रोशनी भी कम हो गई। मामला पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में पहुंचा तो उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं।
गांव लाखनमाजरा के लोग सोमवार को बड़ी संख्या में एकत्रित होकर एसपी से मिलने रोहतक पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि 31 अगस्त को दसवीं के 2 छात्रों मोनू व उसके दोस्त अंकित को तीन पुलिसकर्मी घर के बाहर से उठाकर ले गये थे। पुलिस कर्मियों ने घर के बाहर से पकड़ने के बाद ही दोनों की पिटाई शुरू कर दी थी। जब उन्होंने ऐतराज जताया तो पुलिस कर्मियों ने उन्हें भी धमकी दी थी। ग्रामीणों का कहना है कि बिना जांच किए ही पुलिस ने दोनों छात्रों को पकड़ा था और थाने में लाकर बेहरमी से पीटा है। जबकि दोनों छात्रों का किसी भी मामले से कोई लेना-देना नहीं है। ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस कर्मियों की पिटाई से मोनू की आंखों की रोशनी कम हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि दोनों छात्र पढ़ाई के साथ-साथ सब्जी बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण करते है। सरकारी नौकरी के एग्जाम की भी तैयारी कर रहे हैं।
एसपी के संज्ञान में केस
मामला संज्ञान में आने पर पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच डीएसपी मुख्यालय को सौंपी गई है।