शोभायात्रा में झांकियों ने मोह लिया मन
जींद, 11 जून (हप्र)
क्षेत्र में संत कबीर जयंती धूमधाम एवं श्रद्धा से मनाई गई और लोगों से संत कबीर की शिक्षा को जीवन में आत्मसात करने का आह्वान किया। निर्जन गांव के डेरा घीसापंथी में कबीर जयंती पर कार्यक्रम हुआ। इस अवसर पर स्वामी राघवानंद ने संतों के लिए विशेष भंडारे का आयोजन किया। इससे पहले निर्जन गांव से संत कबीर के जीवन और उनकी शिक्षाओं पर आधारित झांकियों के साथ शोभायात्रा निकाली गई। शोभा यात्रा जींद शहर के विभिन्न मुख्य मार्गों से होते हुए वापस निर्जन के डेरा घीसापंथी पहुंची। शहर में जगह-जगह ठंडे और मीठे पानी की छबील लगाई गई। निर्जन के डेरा घीसापंथी में स्वामी राघवानंद ने कहा कि संत कबीर को सभी धर्मों के लोग बहुत मानते हैं। उन्होंने धर्म और जाति के बंधनों से समाज को मुक्त बनाने के लिए समाज को जागरूक किया। वह साम्प्रदायिक सौहार्द के सबसे बड़े पक्षधर और पैरोकार थे। अमीरी और गरीबी में वह कोई भेदभाव नहीं करते थे। उनकी शिक्षाएं आज पहले से भी ज्यादा प्रासंगिक हैं। सभी को उनके बताए रास्ते पर चलना चाहिए और उनकी शिक्षाओं को अपने जीवन में ढालना चाहिए। इस मौके पर स्वामी सदानंद, गौ भक्त कृष्णा देवी आदि खासतौर पर मौजूद रहे।