रोहतक, 20 मई (हप्र)
बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में हिंदी जगत के महान कवि सुमित्रानंदन पंत की जयंती के उपलक्ष्य में एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस मौके पर मानविकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ. बीएम यादव ने कहा कि हिंदी जगत के महान साहित्यकार सुमित्रानंदन पंत ने अपनी रचनाओं के माध्यम से मानव और प्रकृति को एक-दूसरे का पूरक बताया है। संस्कृत विभाग अध्यक्ष डॉ. सुभाष चंद्र गुप्ता ने कहा कि सुमित्रानंदन पंत बेशक हिंदी जगत के कवि थे लेकिन उनका जुड़ाव संस्कृत भाषा से भी था। डॉ. अल्केश ने कविता के माध्यम से प्रकृति का सजीव चित्रण प्रस्तुत किया। हिंदी विभाग के शोधार्थी रितु,वीरेंद्र, रितु रानी, भावना, रीना मलिक आदि ने पंत का प्रकृति चित्रण और उसकी वर्तमान समय में प्रासंगिकता पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुमन राठी एवं समापन डॉ. प्रवेश कुमारी ने किया।