रोहतक, 19 अक्तूबर (निस)
राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज प्रदेश का युवा भयानक बेरोजगारी व महंगाई का सामना कर रहा है। भाजपा-जजपा सरकार ने तमाम भर्तियों को घोटालों की भेंट चढ़ा दिया है। युवाओं को आखिरकार मजबूर होकर पढ़ाई लिखाई छोड़ सड़क पर संघर्ष के लिए उतरना पड़ रहा है। कोई भर्ती ऐसी नहीं है, जिसका पेपर आउट न हुआ हो।
उन्होंने सरकार से एचएसएससी भर्ती प्रक्रिया की तमाम विसंगतियों को दूर कर युवाओं की आवाज सुनने की मांग की। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा मंगलवार को कलानौर हलके के बड़ा पाना में वाल्मीकि सेवा समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने समाज को शिक्षित होने की सही दिशा दिखाई और समाज में आपसी भाईचारे एवं मानवता का संदेश दिया। उनकी शिक्षा और आदर्श आज के समय में भी प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि वही समाज आगे बढ़ता है जो अपने पूर्वजों, संत और महात्माओं के जीवन से प्रेरणा लेता है।
वहीं पत्रकारों से बातचीत में सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने प्रदेश की गठबंधन सरकार पर निशाना साधा और कहा कि सरकार सफाई कर्मचारियों द्वारा समाज को दिये जा रहे योगदान को भी नजरअंदाज कर रही है। कोरोना संकट के समय कर्मचारियों ने अपनी जान की परवाह किये बगैर मानवता की सेवा की, लेकिन सरकार ने उनके हितों की रक्षा करने की बजाय उनका रोजगार छीनने का काम किया। उन्होंने कहा कि हुड्डा सरकार के कार्यकाल में सफाई कर्मचारियों का वेतनमान 8100 रुपये कर दिया गया था और ठेकेदारी प्रथा समाप्त कर दी गयी थी, लेकिन भाजपा-जजपा सरकार ने तो कोरोना काल में सफाई कर्मचारियों को नौकरी से ही निकाल दिया साथ ही ठेकेदारी प्रथा के हवाले कर उन्हें शोषण के रास्ते पर धकेल दिया। इस अवसर पर कलानौर की विधायक शकुंतला खटक भी मौजूद रहीं।