हरीश भारद्वाज/हप्र
रोहतक, 3 मार्च
महम नगरपालिका द्वारा पिछले दिनों करवाए गए संपत्ति कर व एसेसमेंट सर्वे में कंपनी के कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरतने का मामला सामने आया है। सर्वे कंपनी के कर्मचारियों द्वारा रिकार्ड में की गई गलतियों का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। रिकार्ड में सुधार के लिए लोग पूरा दिन महम नगर पालिका कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। लोगों ने सरकार से दोबारा सर्वे करवाने की मांग की है। वहीं, महम नगरपालिका ने 4 मार्च तक ऑनलाइन व ऑफलाइन आपत्ति दर्ज करने की शहरवासियों से बात कही है।
नगर पालिका के पूर्व पार्षद सोमनाथ गिरोत्रा ने बताया कि शहरी स्थानीय निकाय विभाग द्वारा महम में किसी निजी एजेंसी के माध्यम से संपत्ति कर व एसेसमेंट सर्वे का रिकॉर्ड डेढ़ साल पहले तैयार करवाया गया था। उनका खुद का बैंकट हाल रिकॉर्ड में किसी अन्य व्यक्ति के नाम दर्ज कर दिया गया। महम नगर पालिका प्रधान फतेह सिंह ने बताया कि सर्वे का कार्य गलत है। स्थानीय नगर निकाय विभाग पंचकूला को पत्र लिखकर दोबारा से सर्वे कराने और रिकॉर्ड सही करवाने सहित आपत्तियां दर्ज करने की समय सीमा बढ़ाने की मांग की है। सर्वे रिकॉर्ड में जमीन की पैमाइश से लेकर भूमि मालिकों के बारे में अनेक गलतियां हैं। पार्षद वेद प्रकाश धवन ने बताया कि उसने दुकान किराए पर दी हुई है।
क्या कहते हैं महम पालिका सचिव
इस बारे महम पालिका सचिव नरेन्द्र सैनी का कहना है कि थोड़ी बहुत तो गडबड़ी है लेकिन 90 प्रतिशत गडबड़ी वाली बात नहीं है। पूरे प्रदेश में एक ही कंपनी ने सर्वे किया है। 4 मार्च तक दावे और आपत्तियां मांगे गये हैं किसी को कोई परेशानी है तो ऑनलाईन या ऑफलाइन जैसे सुविधा हो दर्ज करा सकता है। 5 मार्च के बाद सारी आपत्तियां दूर की जाएंगी।