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काला मोतिया के रोगी अधिक पानी न पीयें, शीर्षासन से बचें

फतेहाबाद, 21 फरवरी (हप्र) काला मोतिया, डायबिटिक रैटीनोपैथी या निकट दृष्टि रोग आज दृष्टिहीनता के मुख्य कारण बनते जा रहे हैं। आज भारत में सवा करोड़ से अधिक लोग काला मोतिया से ग्रस्त हैं। काला मोतिया के रोगी अधिक पानी...

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फतेहाबाद में शुक्रवार को आयोजित नेत्र जागरूकता शिविर में विशेषज्ञ डाॅ विनोद शर्मा को सम्मानित करते राजीव बत्तरा। -हप्र
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फतेहाबाद, 21 फरवरी (हप्र)

काला मोतिया, डायबिटिक रैटीनोपैथी या निकट दृष्टि रोग आज दृष्टिहीनता के मुख्य कारण बनते जा रहे हैं। आज भारत में सवा करोड़ से अधिक लोग काला मोतिया से ग्रस्त हैं। काला मोतिया के रोगी अधिक पानी न पीयें, शीर्षासन से बचें।

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मंथन आई हेल्थ केयर फाऊंडेशन के सौजन्य से गीता भवन में डॉ.स्वामी दिव्यानंद के सानिध्य में आयोजित नेत्र जागरूकता शिविर में प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ.विनोद शर्मा ने यह जानकारी दी। श्री गीता विहारी सेवा समिति के प्रधान राजीव बत्तरा ने डॉ. विनोद शर्मा को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। डॉ. विनोद शर्मा ने कहा कि 80 प्रतिशत लोगों को तो पता ही नहीं लग पाता कि उन्हें यह रोग है। जबकि इससे जितनी दृष्टि चली जाती हैं, वह वापस नहीं आती। समय पर यह रोग पकड़ में आ जाए तो इलाज संभव है। यदि परिवार में किसी सदस्य को है, लाइट के चारों और रंगीन गोल चक्कर दिखते हैं, तेज सिर दर्द या आंखों में दर्द होता है तो आंखों की अवश्य जांच करवाएं।

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