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‘पंचवायु प्रदूषण मानवता के लिए खतरा, युवाओं को निभानी होगी जिम्मेदारी’

रोहतक, 22 मई (हप्र) बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय रोहतक के तत्वावधान में प्रथम सत्र में “वायु प्रदूषण एवं स्वास्थ्य संबंधी खतरे” तथा द्वितीय सत्र में “पर्यावरण समाधान हेतु युवा” विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर...
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रोहतक, 22 मई (हप्र)

बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय रोहतक के तत्वावधान में प्रथम सत्र में “वायु प्रदूषण एवं स्वास्थ्य संबंधी खतरे” तथा द्वितीय सत्र में “पर्यावरण समाधान हेतु युवा” विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।

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इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) एचएल वर्मा ने कहा कि आज के समय में वायु प्रदूषण केवल महानगरों की नहीं, बल्कि सम्पूर्ण मानव सभ्यता की चुनौती बन चुका है। ऐसे में विश्वविद्यालयों की यह नैतिक ज़िम्मेदारी है कि वे अकादमिक शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक और पर्यावरणीय चेतना का भी विकास करें। डॉ. वर्मा ने कहा कि युवा शक्ति में ही भविष्य की नींव है, और जब युवा पर्यावरण के प्रति जागरूक होंगे, तभी हम सतत विकास की ओर बढ़ सकेंगे। उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें पर्यावरण प्रहरी की संज्ञा दी। प्रथम सत्र में “पर्यावरण समाधान के लिए युवा” में मुख्य वक्ता डॉ. राजीव खुराना (अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन सलाहकार, लेखक एवं लॉन्ग केयर फाउंडेशन के संस्थापक ट्रस्टी) ने बताया कि वायु प्रदूषण केवल पर्यावरणीय समस्या नहीं बल्कि गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट बन चुका है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का उद्देश्य केवल अकादमिक शिक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों को एक जिम्मेदार नागरिक बनाना है। द्वितीय सत्र में डॉ. सुमित ने कहा कि भविष्य के स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए यह अनिवार्य है कि वे पर्यावरणीय कारणों को भी गंभीरता से समझें।

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