रोहतक, 3 मई (निस)
कोरोना महामारी को लेकर हालात हर रोज बिगड़ ही रहे है। इस वक्त भी शहर के किसी भी अस्पताल में कोई बेड खाली नहीं है और पीजीआई में भी यह हालात है। यहां पर भी ऑक्सीजन की कमी की स्थिति बनी हुई है, हालांकि प्रशासन का दावा है कि जिले में ऑक्सीजन का कोटा बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा घरों पर आइसोलेट मरीजों के लिए ऑक्सीजन को लेकर मारामारी मची हुई है। ऑक्सीजन के लिए मंत्रियों तक की सिफारिश की जा रही है, लेकिन उसके बावजूद भी ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है। मरने वालों की बढ़ रही संख्या ने भी प्रशासन की चिंता बढ़ा रखी है। पीजीआई में भर्ती मरीजों की संख्या को देखते हुए अब अधिकतर मरीजों को घर पर ही आइसोलेट होने की सलाह दी जा रहा है। इसके पीछे कारण यह है कि पीजीआई में भी बेड खत्म हो चुके है और ऑक्सीजन की भी कमी ही है।
तीमारदारों का कहना है कि किसी वक्त भी उन्हें यह मैसेज दे दिया जाता है कि ऑक्सीजन का फ्लो कम है, जबकि उपायुक्त का कहना है कि जिले में ऑक्सीजन के कोटे में बढ़ातरी कर दी गई है। सबसे बड़ी दिक्कत तो घरों पर आईसोलेट मरीजों को आ रही है, न तो स्वास्थ्य विभाग उन्हें संभाल रहा है और न ही उन्हें ऑक्सीजन मिल पा रही है। ऑक्सीजन को लेकर तो सुबह से शाम तक लोग जुगाड़ में लगाते रहते है, कि कहीं न कहीं ऑक्सीजन मिल जाए। निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन की कमी के कारण ही मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है।