रोहतक (हप्र) :
विज्ञान में प्रौद्योगिकी एवं उपकरण का समुचित उपयोग बेहद अहम है। आज जरूरत है कि युवा वैज्ञानिक शोध में उपयोग होने वाली नई-नई तकनीकों एवं उपकरणों के उपयोग में पारंगत बनने की। यह उद्गार आईआईटी, दिल्ली के ऐमीरेट्स प्रोफेसर एवं प्रतिष्ठित वैज्ञानिक डा. अनुराग शर्मा ने बृहस्पतिवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग द्वारा- मैटेरियल्स कैरेक्टराइजेशन टैक्नीक्स विषयक सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का बतौर मुख्यातिथि शुभारंभ करते हुए यह बात कही।
केंद्र सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा प्रायोजित तथा एमिटी यूनिवर्सिटी के सहयोग से आयोजित इस राष्ट्रीय कार्यशाला में प्रो. अनुराग शर्मा ने युवा शोधार्थियों, वैज्ञानिकों एवं शिक्षकों को विज्ञान में तकनीक एवं उपकरणों की महत्ता से मुखातिब करवाया।