करनाल के डीएवी कॉलेज प्राचार्य रामपाल सैनी को वीसी का चार्ज
हमारे प्रतिनिधि
जींद, 28 मई
जींद की चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी (सीआरएसयू) में फिलहाल काम चलाऊ व्यवस्था ही रहेगी। यूनिवर्सिटी को फुल टाइम नया वीसी मिलने की उम्मीद थी, लेकिन सरकार ने फिर काम चलाऊ व्यवस्था के तहत करनाल के डीएवी कॉलेज के प्रिंसिपल रामपाल सैनी को जींद की सीआरएसयू के वीसी का एडिशनल चार्ज थमा दिया है। फर्क केवल इतना हुआ है कि पहले कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वीसी सोमनाथ सचदेवा सीआरएसयू के कार्यवाहक वीसी थे। अब एक प्रिंसिपल स्तर के अधिकारी को वीसी का चार्ज दिया गया है।
पिछले साल 29 नवंबर को जींद की सीआरएसयू के वीसी पद से प्रो. रणपाल सिंह ने इस्तीफा दे दिया था। 2 दिसंबर, 2024 को वह पदमुक्त हो गए थे। इसके बाद सरकार ने सीआरएसयू में फुल टाइम वीसी लगाने की बजाय कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के वीसी प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा को सीआरएसयू के वीसी का एडिशनल चार्ज दिया था। लगभग 6 महीने तक सीआरएसयू एडिशनल वीसी के हवाले रही।
अब कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के प्रो. सोमनाथ सचदेवा से जींद की सीआरएसयू के वीसी का एडिशनल चार्ज वापस ले लिया गया है। उनकी जगह अब करनाल के डीएवी कॉलेज के प्राचार्य रामपाल सैनी को सीआरएसयू के वीसी का कार्यभार आगामी आदेशों तक सौंपा गया है।
फुल टाइम वीसी और रेगुलर टीचिंग स्टाफ की जरूरत
जींद की चौधरी रणबीर सिंह यूनिवर्सिटी 11 साल पहले बनी थी। यूनिवर्सिटी इस लिहाज से अभी अपने बचपन काल में है। उसे फुल टाइम वीसी और रेगुलर टीचिंग स्टाफ की जरूरत है। यूनिवर्सिटी में कई बड़े और महत्वपूर्ण फैसले फुल टाइम वीसी ही ले सकता है। सीआरएसयू का लगभग 90 प्रतिशत टीचिंग स्टाफ कॉन्ट्रेक्चुअल है। रेगुलर टीचिंग स्टाफ की नियुक्ति लंबे समय से नहीं हो पाई है। इस यूनिवर्सिटी में रेगुलर टीचिंग स्टाफ नहीं होने को विपक्षी दल कांग्रेस लगातार मुद्दा बना रही है। पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा से लेकर सांसद दीपेंद्र हुड्डा और जयप्रकाश कई बार जींद की सीआरएसयू में रेगुलर टीचिंग स्टाफ नहीं होने के मुद्दे पर सरकार को घेर चुके हैं।