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गंभीर हालात में अधिकारियों को मेंटेन करना होगा हेडक्वार्टर

मुख्यालय छोड़ने वाले अधिकारियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
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जींद का लघु सचिवालय।
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जींद, 8 मई (हप्र)

जिले में तैनात उन अधिकारियों के लिए बुरी खबर यह है कि अब उन्हें मुख्यालय छोड़ने पर प्रशासन की बेहद कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। जिला प्रशासन की उन अधिकारियों पर पैनी नजर है, जो हेडक्वार्टर मेंटेन नहीं कर रहे। ऐसे अधिकारियों को औचक चेक किया जाएगा, जिनको लेकर प्रशासन के पास इस तरह की दूकान हैं कि यह अधिकारी रात को अपने हेडक्वार्टर पर नहीं रहते।

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पड़ोसी देश पाकिस्तान के साथ हाल में पैदा हुए तनाव और इस तनाव के बीच भारतीय सेवा के पाकिस्तान में जाकर एयर स्ट्राइक किए जाने के बाद पैदा हुए हालात के मद्देनजर जींद जिला प्रशासन ने जींद जिले में तैनात तमाम अधिकारियों को बुधवार को आदेश जारी कर दिए कि कोई भी अधिकारी किसी भी सूरत में अपना हेडक्वार्टर नहीं छोड़ेगा। किसी अधिकारी को बेहद जरूरी कारण से हेडक्वार्टर छोड़ना भी पड़ेगा, तो उसे इसकी पूर्व सूचना डीसी मोहम्मद इमरान रजा को देनी होगी। डीसी की अनुमति के बाद ही कोई प्रशासनिक अधिकारी अपना हेडक्वार्टर छोड़ पाएगा। हेडक्वार्टर छोड़ने से पहले वह अपने विभाग के अपने बाद सबसे वरिष्ठ अधिकारी की पूरी जानकारी डीसी कार्यालय को देगा। यह सब करने के बाद ही कोई अधिकारी अपना हेडक्वार्टर छोड़ पाएगा।

हेडक्वार्टर मेंटेन करने को लेकर होगी औचक चैकिंग

डीसी मोहम्मद इमरान रजा प्रशासनिक अधिकारियों को हेडक्वार्टर मेंटेन करने के आदेश जारी करने तक ही सीमित नहीं रहेंगे। अधिकारियों के रात के समय भी हेडक्वार्टर पर रहने को सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों की औचक चेकिंग होगी। सरकारी दफ्तरों के अवकाश के बाद रात के समय भी किसी अधिकारी को डीसी कार्यालय द्वारा तलब किया जा सकेगा, ताकि यह पता चल सके कि अधिकारी अपने हेडक्वार्टर पर है या नहीं।

प्रशासन को मिल रही सूचना

जींद जिला प्रशासन को इस तरह की सूचना मिल रही हैं कि कुछ अधिकारी अपना हेडक्वार्टर मेंटेन नहीं कर रहे। कई अधिकारी सरकारी कार्यालय के अवकाश के बाद जींद जिले से बाहर चले जाते हैं और सुबह दफ्तर के समय फिर आ जाते हैं, जबकि कायदे से अधिकारियों को रात को भी हेडक्वार्टर मेंटेन करना होता है। जिला प्रशासन के रडार पर अब नए हालात में वह अधिकारी हैं, जो अपना हेड क्वार्टर मेंटेन नहीं कर रहे हैं। ऐसे अधिकारियों को अब या तो रात को जींद जिले से बाहर अपने घरों को जाने का मोह छोड़ना होगा, या फिर प्रशासन की कड़ी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा।

डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि यूं तो सामान्य हालत में भी किसी सरकारी अधिकारी का रात का समय हेडक्वार्टर पर नहीं रहना अनुशासनहीनता है, और प्रशासनिक कार्रवाई की जद में आता है, लेकिन फिलहाल जिस तरह के गंभीर हालात हैं, उनमें किसी अधिकारी के हेडक्वार्टर पर नहीं रहने को घोर अनुशासनहीनता माना जाएगा। ऐसे अधिकारियों पर बेहद कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान हालात में प्रशासनिक अधिकारियों को रात के समय किसी भी वक्त तलब किया जा सकता है। अधिकारी पर एफआईआर दर्ज करवाने से भी परहेज नहीं किया जाएगा।

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