हरीश भारद्वाज/हप्र
रोहतक, 1 जुलाई
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर पलटवार करते हुए उनके दौरे को पूरी तरह राजनीतिक स्टंट करार दिया। ग्रोवर ने हुड्डा पर हमला बोलते हुए कहा कि रोहतक के लोगों ने आपको सांसद बनाया, मुख्यमंत्री बनाया और बेटे को सांसद बनाया, लेकिन शहर के आंतरिक हिस्सों और पुराने रोहतक की अनदेखी करने के सिवाय क्या दिया? हुड्डा लोगों की तकलीफ जानने की बजाय अपने जयकारे के नारे लगवाने में ज्यादा रूचि दिखा रहे थे और पानी में वोटों को ढूंढ रहे थे। शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मंत्री ग्रोवर ने कहा कि 1995 में जब बाढ़ आई, उस वक्त हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी और तब भूपेंद्र हुड्डा रोहतक के सांसद थे। इसके बाद हुड्डा 10 साल मुख्यमंत्री रहते हुए रोहतक शहर के आंतरिक हिस्से को संभाल लेते तो लोगों को ऐसे दिन नहीं देखने पड़ते। उन्होंने कहा कि आज पूर्व मुख्यमंत्री पहली बार पायजामा ऊपर करके पानी में उतरे हैं।
उनके कार्यकाल में किस तरह रोहतक डूबा रहता था, यह किसी से छुपा नहीं है। अगर तब ठोस योजना बना देते तो आज उन्हें इस तरह पायजामा ऊपर करके नहीं घूमना पड़ता। ग्रोवर ने कहा कि भाजपा को सत्ता में आए हुए मात्र 8 वर्ष हुए हैं। पिछले 8 साल में ऐसा पहला मौका आया, जब जलभराव की ऐसी स्थिति बनी है। जब रोहतक की जनता ने उन्हें विधायक चुना था, तब पानी निकासी के लिए कई कड़े कदम उठाए थे। राज्य सरकार ने पानी निकासी के लिए कई पंपिंग स्टेशन मंजूर किए। आज जलभराव की स्थिति में भाजपा पार्षदों और मंडल अध्यक्षों ने भी फील्ड में उतर कर लोगों की मदद की। ग्रोवर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री एक तरफ तो रोहतक को अपना घर बताते हैं और दूसरी तरफ बतौर मुख्यमंत्री रहते हुए पुराने रोहतक की ही अनदेखी करते रहे।
अमरूत योजना को सबसे ज्यादा बजट किलोई में हुआ खर्च
ग्रोवर ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जिस अमरूत योजना का जिक्र कर रहे हैं, उन्हें पता होना चाहिए कि इस योजना का सबसे ज्यादा बजट किलोई विधानसभा और कलानौर विधानसभा में ही खर्च हुआ है। कांग्रेस की सरकार के समय रोहतक के चारों ओर अवैध कॉलोनियां विकसित हुई थी, लेकिन कांग्रेस की सरकार उनमे मूलभूत सुविधाएं नहीं दे पाई। पिछले 8 वर्ष में भाजपा की सरकार ने इन तमाम कॉलोनियों और नगर निगम के अंतर्गत आने वाले गांवों में सीवरेज की लाइन, पानी की लाइन, बूस्टर स्टेशन, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, बिजली और सड़कें देने का काम किया है।