रोहतक, 22 अगस्त (हप्र)
किसान सभा हरियाणा ने आरोप लगाया कि चंडीगढ़ जा रहे किसान कार्यकर्ताओं को अंबाला व पंजाब में पुलिस द्वारा बलपूर्वक रोक कर हिरासत में लिया गया है। किसान सभा राज्य महासचिव सुमित सिंह ने मांग कि सभी किसान कार्यकर्ताओं को तुरंत रिहा किया जाए व किसानों के जवलंत मुद्दों को हल किया जाए। किसान सभा ने आरोप लगाया कि लौंगोवाल में पुलिस लाठीचार्ज के दौरान जिस बुजुर्ग किसान की मृत्यु हुई है उसके लिए पंजाब पुलिस दोषी है। इन्हीं समस्याओं को लेकर किसान सभा कल कृषि मंत्री के कार्यालय व आवास का घेराव भी करेगी।
किसान सभा राज्य महासचिव सुमित सिंह ने बताया की बाढ़, बारिश व सूखे से इस साल किसानों को काफी नुकसान पहुंचा है। हरियाणा सरकार किसानों, मजदूरों के नुकसान की भरपाई करने की बजाय खानापूर्ति कर रही है। प्रदेश भर में पिछले फसल खराबे के बीमा क्लेम लंबित हैं बीमा क्लेम न देना पड़े इसके लिए बीमा कंपनिया नए नए नियम बनाकर छल कपट कर रही हैं। इसी तरह फसल खराबे के स्पेशल गिरदावरी के मुआवजे भी वितरित नहीं किये गये। किसान सभा हरियाणा पुलिस दमन की कड़े शब्दों मे निंदा करते हुए गिरफ़्तार किसानों को रिहा करने की मांग करती है। इन्हीं मुद्दों को लेकर को किसान सभा कल 23 अगस्त को भिवानी में कृषि मंत्री के आवास पर प्रदर्शन करेगी। अगर फिर भी किसानों की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन को तेज किया जायेगा।