रोहतक, 9 अगस्त (हप्र)
केन्द्र और प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ भारत बचाओ सत्याग्रह आंदोलन के तहत विभिन्न किसान-मजदूर-कर्मचारी संगठनों ने शहर में प्रदर्शन के दौरान लघु सचिवालय का घेराव किया और अपनी गिरफ्तारियां दी।
रविवार को भारतीय किसान यूनियन (अंबावता), अखिल भारतीय किसान सभा, सीटू, इंटक, सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा कर्मचारी महासंघ, रिटायर्ड कर्मचारी संघ, आंगनवाड़ी वर्कर्स, बर्खास्त पीटीआई, रोडवेज, बिजली, स्वास्थ्य विभाग समेत अनेक कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधि मानसरोवर पार्क में एकत्रित हुए और एक रोष सभा की।
चौपट हो जाएगी फसल की सरकारी खरीद, बदलें जायें कृषि क्षेत्र में 3 काले कानून : भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान ने कहा कि सरकार ने 3 काले कानून लागू किए हैं, उससे फसलों की सरकारी खरीद चौपट हो जाएगी और कम्पनियों को मनमर्जी के दामों पर कृषि उत्पाद खरीदने की छूट मिल गई है। बड़ी कंपनियों को हजारों लाखों एकड़ जमीन ठेके पर लेने की इजाजत दी गई है और कम्पनी के कहने पर ही किसान फसल उगा सकेगा, जिससे उनकी आजादी छीन जाएगी। इसके अलावा जमाखोरी पर रोक को भी सरकार ने हटा दिया है। बड़े व्यापारी फसलों को कम दामों में खरीदकर गोदामों में रखेगे और कालाबाजारी को बढ़ावा मिलेगा। इन कानूनों से कृषि क्षेत्र बर्बाद होकर देश में खाद्य सुरक्षा और सार्वजनिक वितरण प्रणाली पूरी तरह से चौपट हो जाएगी। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर को दिल्ली में पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की समाधि पर एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ आरपार की लड़ाई का ऐलान किया जाएगा।
महामारी में विभागों को बेच रही सरकार
हरियाणा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महासचिव वीरेन्द्र सिंह धनखड़ ने कहा कि महामारी के इस दौर में सरकार संकट को अवसर में बदलने की आड़ में निजीकरण को बढ़ावा दे रही है और विभागों को बेचने की नीतियां बनाई जा रही है। विनिवेश के नाम पर जनसंचार, रेलवे, बीमा बैक, कोयला खान, बिजली विभाग, हवाई सेवाएं चिकित्सा, शिक्षा पानी जैसी मूलभूत सेवाओं का निजीकरण किया जा रहा है। उन्होंने 1983 बर्खास्त पीटीआई समेत विभिन्न विभागों से हटाये गए सभी कर्मचारियों की बहाली, श्रम कानूनों में किए गए बदलावों को वापिस लेने, मुफ्त चिकित्सा व स्वास्थ्य व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की। इसके अलावा आवश्यक वस्तु अधिनियम में संशोधन संबंधी अध्यादेश को रद्द करने, पेट्रोल डीजल, गैस के दामों में बढोतरी वापस लेने की मांग की। इसके अलावा मनरेगा में काम के दिन 200 करके 600 रुपये दिहाड़ी देने, ठेका प्रथा बंद करने, रिक्त पड़े पदों पर स्थाई भर्ती करने की मांग की।
जनता के अधिकारों पर चौतरफा हमला
भिवानी (हप्र) : भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (माक्र्सवादी) के जिला सचिव कामरेड ओमप्रकाश व सचिव मंडल सदस्य सज्जन कुमार सिंगला के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ता डीसी कार्यालय के सामने पार्क के पास एकत्रित हुये और सत्याग्रह करने वाले सगठनों के साथ शामिल हो गए। वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने जनता के अधिकारों पर चौतरफा हमला किया है और श्रम कानून खत्म कर दिए हैं। नई शिक्षा के नाम पर सार्वभौमिक शिक्षा को बर्बाद किया जा रहा है।
1500 ने दी सामूहिक गिरफ्तारियां
हिसार (हप्र) : सत्याग्रह आंदोलन के तहत जिला मुख्यालय पर ब्लॉक स्तर पर 1500 कर्मचारियों, मजदूरों और महिलओं ने सामूहिक गिरफ्तारी दी। सत्याग्रह आंदोलन की अध्यक्षता संयुक्त रूप से सर्व कर्मचारी संघ, हिसार के ब्लॉक प्रधान सुरेंद्रमान, हरियाणा कर्मचारी महासंघ के जिला प्रधान सत्यवान बधाना, ऐटक के का. रूप सिंह, सीटू से मोहनलाल, इंटक से सुरजमल पाबड़ा, किसान सभा से शमशेर सिंह नम्बदार व एआईयूटीयूसी से हवा सिंह संघर्ष ने की।
12 अगस्त से क्रमिक अनशन
चरखी दादरी (निस) : शहर में हुये प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे किसान सभा अध्यक्ष रणधीर कुंगड़, सीटू की प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश भैरवी ने की। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि बर्खास्त पीटीआई के समर्थन में सभी विभागों के कर्मचारी 12 अगस्त से क्रमिक अनशन पर बैठेंगे। साथ ही 14 अगस्त को जेल भरो आंदोलन में भाग लेंगे। इसके अलावा आशा वर्कर्स की हड़ताल जारी रखते हुए बड़े आंदोलन की घोषणा भी की गई।
मंडी में श्रमिकों की गिरफ्तारी, दी जमानत
बाढड़ा (निस) : कस्बे की अनाज मंडी में आयोजित सत्याग्रह सभा में सर्व कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मास्टर दिलबाग और सुमेर सिंह ने संबोधित किया और कहा कि देश की मेहनतकश जनता पर भारी संकट है। कोरोना से बचाने के नाम पर बिना किसी तैयारी के किए गए लोक डाऊन ने करोड़ों लोगों के रोजगार तबाह कर दिए हैं। इस मौके पर थाना प्रभारी बीर सिंह ने मंडी परिसर पहुंच कर सभी श्रमिकों की गिरफ्तारी दिखाई और मौके पर जमानत पर रिहा किया गया।
कृषि अध्यादेशों की प्रतियां जलाईं
रेवाड़ी (निस) : राष्ट्रीय मंच अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर रविवार को ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन ने नेहरू पार्क के पास ‘कारपोरेट भगाओ-खेती किसानी बचाओ’ दिवस मनाया और तीनों काले अध्यादेशों की प्रतियां जलाई। वहीं एआईटीयूसी व उससे संबंधित सभी यूनियनों के कार्यकर्ता नेहरू पार्क में एकत्रित हुये और मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया। उन्हें हिरासत में लेकर बसों में बिठा दिया गया और महाराणा प्रताप चौक के निकट छोड़ दिया। इस अवसर पर एआईयूटीयूसी के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड राजेंद्र सिंह एडवोकेट ने कहा कि आज देश के मजदूरों पर भारी संकट है।
जनता के प्रति अंग्रेजों जैसा सरकार का रवैया
जींद (हप्र) : कर्मचारियों ने नेहरू पार्क में बैठक की और उसके बाद शहर की सड़कों पर प्रदर्शन किया। जिसकी अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान रामफल दलाल, सीआईटीयू के जिला प्रधान कश्मीर सिंह ने की। नेहरू पार्क में कर्मचारी नेताओं ने कहा कि आज जनता के प्रति वर्तमान केंद्र व राज्य सरकारों का रवैया भी वैसा ही है, जैसा आजादी से पहले अंग्रेजों का था।
पूंजीपतियों के हवाले हो रही विभाग : पलवल (हप्र) : डीसी ऑफिस पर आंदोलनकारियों को सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने संबोधित किया और कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार कोरोना को अवसर में बदलकर जनता के खून-पसीने से खड़े किए गए सरकारी विभागों व सरकारी कंपनियों को पूंजीपतियों के हवाले कर रही है। जिसको किसी भी सूरत में बर्दाश्त नही किया जा सकता। इस अवसर पर कर्मचारियों, मजदूरों, किसानों ने गिरफ्तारियां दी।
आंदोलन में 43 विभागों ने लिया भाग
फरीदाबाद (हप्र) : हजारों मजदूर एवं कर्मचारियों ने रविवार को लघु सचिवालय पहुंचकर अपनी गिरफ्तारियां दी। हरियाणा स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड वर्कर्स यूनियन संबंधित हरियाणा कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महासचिव सुनील खटाना ने बताया कि आज सभी कर्मचारी व श्रमिक अपने को जेल में जाने के लिए तैयार होकर आये हैं, उन्हें गिरफ्तार किया जाए । जिसके बाद तहसीदार ने सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लाम्बा, नगरपालिका कर्मचारी संघ के प्रदेशाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री, सुनील खटाना की गिरफ्तारी की व कुछ देर बाद रिहा भी कर दिया। सत्यग्रह के इस जेल भरो आंदोलन में लगभग 43 विभागों ने हिस्सा लिया।
बर्खास्त पीटीआई ने भी दी गिरफ्तारी
रोहतक (हप्र) : बर्खास्त पीटीआई ने भी अपनी गिरफ्तारी दी। रविवार को धरना स्थल पर क्रमिक अनशन के लिये अनीता, रजनी सरोया, बिजेंद्र खत्री व परण अहलावत बैठे। आज उनको पूनम लता व आनन्द ने फूल मालाएं पहनाकर विधिवत बिठाया।