डॉक्टरों की हड़ताल से दादरी में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित, ओपीडी घटी
डीसी, एसडीएम व सीएमओ ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा, धारा 163 लागू
हरियाणा सिविल मेडिकल एसोसिएशन के आह्वान पर जिले के 17 सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में तैनात 85 डॉक्टर शनिवार को हड़ताल पर रहे, जिसके चलते दादरी जिले में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित रहीं। सिविल अस्पताल, मातृ-शिशु अस्पताल, पीएचसी और सीएचसी में सुबह मरीज तो पहुंचे, लेकिन ओपीडी बंद होने के कारण घंटों इंतजार के बाद लौटना पड़ा।
जिले में सामान्य दिनों में सभी 17 स्वास्थ्य केंद्रो में करीब 2500 मरीज ओपीडी का लाभ लेते हैं, लेकिन हड़ताल के कारण संख्या में भारी गिरावट आई। प्रशासन ने हालात संभालने के लिए पीजीआई और अन्य संस्थानों से अस्थाई डॉक्टर बुलाए, फिर भी एमएलआर काटने, ऑपरेशन और अन्य विशेष सेवाएं बाधित रहीं। कई मरीजों को आवश्यक उपचार न मिलने से परेशानी झेलनी पड़ी।
उधर, हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। एचसीएमएस के जिला प्रधान राजीव बेनीवाल ने कहा कि सीएमओ की सीधी भर्ती पर रोक और एसीपी लागू करने जैसी मांगें लंबे समय से लंबित हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि 10 दिसंबर तक सरकार ने सकारात्मक निर्णय नहीं लिया, तो वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
इस बीच डीसी डॉ. मुनीश नागपाल, एसडीएम योगेश सैनी और सीएमओ डॉ. नरेश कुमार ने अस्पताल पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। स्वास्थ्य सेवाओं में व्यवधान को देखते हुए जिला प्रशासन ने धारा 163 लागू करते हुए अस्पतालों में अवैध सभा और बाधा पैदा करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
