Tribune
PT
Subscribe To Print Edition About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

दीपक कौशिक ने अपनी पेंटिंग से जिंदा की जींद की सांस्कृतिक विरासत

जींद (जुलाना), 19 अप्रैैल (हप्र) चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय (सीआरएसयू) में आयोजित राष्ट्रीय चित्रकला कार्यशाला में देशभर से आए कलाकारों ने भाग लिया। जींद के चित्रकार दीपक कौशिक ने जींद की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत को अपनी कला के माध्यम...

  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
जींद में शनिवार को सीआरएसयू कुलसचिव लवलीन मोहन को कलाकृति भेंट करते चित्रकार दीपक कौशिक। -हप्र
Advertisement

जींद (जुलाना), 19 अप्रैैल (हप्र)

चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय (सीआरएसयू) में आयोजित राष्ट्रीय चित्रकला कार्यशाला में देशभर से आए कलाकारों ने भाग लिया।

Advertisement

जींद के चित्रकार दीपक कौशिक ने जींद की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत को अपनी कला के माध्यम से जीवंत किया। कार्यशाला में रानी तालाब और जयंती देवी मंदिर जैसे ऐतिहासिक स्थलों पर आधारित कलाकृतियां तैयार की गई।

Advertisement

चित्रकार दीपक कौशिक ने वॉटर कलर तकनीक से तैयार जयंती देवी मंदिर की एक भव्य कलाकृति विश्वविद्यालय की कुलसचिव लवलीन मोहन को भेंट की। इस कलाकृति में न केवल धार्मिक स्थल का चित्रण है, बल्कि जींद के लोगों की आस्था और सांस्कृतिक चेतना को भी रंगों के माध्यम से दर्शाया गया है। कुलसचिव लवलीन मोहन ने कहा कि ललित कलाएं किसी भी राष्ट्र की सांस्कृतिक आत्मा होती हैं और इस प्रकार की कार्यशालाएं हमारे सांस्कृतिक मूल्यों को मजबूती प्रदान करती है। चित्रकार दीपक कौशिक ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा कि कला केवल सौंदर्य नहीं, समाज को दिशा देने वाली शक्ति है और ऐसे स्थलों को चित्रों के माध्यम से जीवित रखना कलाकारों की जिम्मेदारी है। इस अवसर पर बताया गया कि कार्यशाला में तैयार प्रमुख कलाकृतियां विवि में प्रदर्शित होंगी।

Advertisement
×