रोहतक, 4 फरवरी (हप्र)
‘माइक्रोबायोलोजी फॉर मैनकाइंड’ के मंत्र को वैश्विक मिशन बनाने के आह्वान के साथ शनिवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के माइक्रोबायोलोजी विभाग के तत्वावधान में आयोजित ‘माइक्रोबियल टैक्नोलोजीज फॉर सस्टेनेबल बायोस्फेयर’ विषयक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न हो गया। सम्मेलन के समापन सत्र में मुख्य अतिथि एमडीयू के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि ज्ञान एवं अनुसंधान का उपयोग लोगों के जीवन में गुणात्मक बदलाव लाने में किया जाना चाहिए। विज्ञान के जरिए जनकल्याण का रास्ता प्रशस्त करने का आग्रह कुलपति ने किया। मदवि प्रवक्ता ने बताया कि एसोसिएशन ऑफ माइक्रो बायोलोजिस्ट्स ऑफ इंडिया (एएमआई) के इस 63वें वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन ‘माइक्रोबायोटैक -2023’ में माइक्रोबियल थैरेप्युटिक्स, फूड एण्ड इंडस्ट्रियल माइक्रो बायोलोजी, माइक्रोबियल नैनो टेक्नोलोजी, माइक्रोबियल टैक्नोलोजीस एंड इकोलोजी, वैक्सीन डेवलपमेंट समेत अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर सम्मेलन में गहन मंथन हुआ। लगभग 100 डेलीगेट्स इस सम्मेलन में शामिल हुए। लगभग 500 वैज्ञानिक पोस्टर सम्मेलन के विभिन्न थीमों पर प्रदर्शित किए गए।