चंडीगढ़, 5 मार्च (ट्रिन्यू)
भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने राज्यपाल के अभिभाषण में सिंचाई से जुड़ी कई नयी परियोजनाओं का खाका तैयार किया है। सीवरेज के ट्रीटेड वाटर (उपचारित जल) का इस्तेमाल खेतों की सिंचाई के लिए होगा। साथ ही, सरकारी व प्राइवेट कारखानों में भी इसकी आपूर्ति होगी। सरकार ने प्रदेश में 35 नये एसटीपी स्थापित करने का निर्णय लिया है। 338 करोड़ 85 लाख एमएलडी क्षमता के इस प्लांट पर 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण के तहत प्रदेश में 2500 तालाबों का सुधार किया जाएगा। डार्कजोन व कम पानी वाले एरिया में सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाओं पर काम होगा। इसके तहत 110 चैनलों का पुनरुद्धार होगा। दक्षिण हरियाणा के रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी व भिवानी में टेल तक पानी पहुंचाने के लिए लिफ्ट सिंचाई प्रणाली के विभिन्न पंपों की क्षमता व दक्षता में सुधार होगा। इस पर सरकार 200 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
सरकार ने यमुना और इसकी सहायक नदियों – गिरी और टोंस से राज्य के लिए अतिरिक्त पानी सुनिश्चित करने के लिए यमुना नदी पर अप-स्ट्रीम बांधों – रेणुका, किशाऊ और लखवार व्यासी का निर्माण होगा। सरकार ने जलापूर्ति संवर्धन के लिए मानसून के पानी के संग्रहण व नहरों के सुधार की योजना बनाई है। इसके लिए 2 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं पर काम होगा। इससे पश्चिमी यमुना नहर प्रणाली की क्षमता बढ़ाकर 5000 क्यूसिक की गई है।
1000 रिचार्ज बोरवेल का निर्माण
‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ योजना के तहत 1000 रिचार्ज बोरवेल का निर्माण होगा। सरकार ने 32 करोड़ 33 लाख रुपये इस परियोजना के लिए मंजूर किए हैं। इस योजना से हर साल जलभराव के अधीन आने वाली लगभग 8000 एकड़ भूमि का सुधार होगा। मेवात में सिंचाई के लिए 100 क्यूसिक क्षमता की मेवात फीडर कैनाल का निर्माण होगा। यह फीडर कैनाल पाइप लाइन के माध्यम से गुरुग्राम जलापूर्ति कैनाल बादली के समीप से निकलेगी और केएमपी एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ गुरुग्राम कैनाल तक जाएगी।
ग्रामोदय के तहत 700 ग्राम ज्ञान केंद्र
सरकार ने दीनबंधु हरियाणा ग्राम उदय योजना के तहत 3 हजार से 10 हजार तक की आबादी वाले गांवों के विकास का खाका तैयार किया है। इस योजना के तहत ऐसे गांवों में 481 आंगनवाड़ी केंद्र, 700 ग्राम ज्ञान केंद्र, 53 पशु चिकित्सा अस्पताल व 92 पशु चिकित्सा औषधालय स्थापित किए जा रहे हैं। गांवों में गरीबों को काम देने के लिए मनरेगा के 100 लाख दिवस से बढ़ाकर 170 लाख दिवस किए हैं। वहीं, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूरल मिशन के तहत 10 समूहों को चिह्नित करके 150 गांवों में शहरों की तर्ज पर सुविधाएं दी जाएंगी। इसके लिए 200 करोड़ की परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
रोहतक आईएमटी में मेगा फूड पार्क
रोहतक स्थित आईएमटी में मेगा फूड पार्क स्थापित होगा। इस पर करीब 180 करोड़ रुपये की लागत आएगी। मेगा फूड पार्क न केवल युवाओं को रोजगार के अवसर देगा बल्कि किसानों को भी इससे प्रत्यक्ष रूप से लाभ होगा। 355 करोड़ की लागत से पानीपत और 263 करोड़ की लागत से करनाल शुगर मिल की क्षमता का विस्तार होगा। शाहाबाद शुगर मिल में 99 करोड़ की लागत से एथेनॉल प्लांट शुरू किया है।