भिड़ताना टोल प्रकरण: महापंचायत ने एनएचएआई को 23 अक्टूबर तक अल्टीमेटम दिया
नेशनल एक्सप्रेस-वे के भिड़ताना टोल पर बृहस्पतिवार को एक महापंचायत आयोजित की गई, जिसमें रक्षक कंपनी के महाप्रबंधक समरजीत उर्फ सुमित की मौत के मामले में उनके आश्रितों के लिए मुआवजे की मांग उठाई गई। महापंचायत ने एनएचएआई को 23 अक्टूबर तक 50 लाख रुपए मुआवजा और एक परिजन को नौकरी देने का अल्टीमेटम दिया।इस दौरान भाकियू हरियाणा के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी, किसान नेता रवि आजाद, बिंदर नंबरदार, जयपाल दहिया, प्रीत सिंह, अंकुश सिवाच और महावीर चहल ने महापंचायत को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन से किसी प्रकार की शिकायत नहीं है, बल्कि आशा है कि मृतक के आश्रितों को न्याय दिलाया जाएगा। महापंचायत में खापों, पंचायतों और किसान संगठनों के अनेक प्रतिनिधि शामिल हुए।
उन्होंने रक्षक कंपनी में महाप्रबंधक की मौत को केवल दुर्घटना बताकर सही जांच नहीं करने पर रोष व्यक्त किया। समरजीत उर्फ सुमित की कार को अज्ञात वाहन ने टक्कर मारी थी और उनका निधन हो गया। इसके बाद से उनके आश्रित 11 अक्तूबर से टोल प्लाजा पर धरने पर बैठे हैं और उन्होंने सभी वाहनों के लिए टोल मुफ्त कर रखा है। महापंचायत ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो 24 अक्तूबर को बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
