रोहतक, 10 अप्रैल (निस)
दलित पिछड़ा वर्ग द्वारा आयोजित महापंचायत में बतौर मुख्यातिथि भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि प्रदेश के भाईचारे को तोड़ने के लिए सरकार ने 14 अप्रैल को पूरे प्रदेश में डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाने का निर्यण लिया है, क्योंकि सरकार दलित पिछड़ा वर्ग व किसानों को एक दूसरे का दुश्मन बनाना चाहती है। इसी षड़यंत्र के तहत सरकार ने यह कार्यक्रम रखा है लेकिन प्रदेश के लोग सरकार के षड़यंत्र को पूरी तरह से समझ चुके हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 14 अप्रैल को बॉर्डर और धरना स्थलों पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मनाई जाएगी और इस दिन सभी धरनों का नेतृत्व दलित पिछड़ा वर्ग करेगा। वहीं एक मई को मजदूर दिवस के अवसर पर धरनों पर कमेरा वर्ग स्टेज की कमान संभालेगा। उन्होंने कहा कि 14 अप्रैल को राई में मुख्यमंत्री मनोहर लाल व कैथल में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को काले झंडे दिखाकर विरोध किया जाएगा।
किसान आंदोलन के समर्थन और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर व महात्मा ज्योतिबा फूले की जयंती के मौके पर पुरानी आईटीआई मैदान में शनिवार को आयोजित महापंचायत में दलित पिछड़ा वर्ग ने महान विभूतियों को श्रद्धांजलि अर्पत की गई। चढूनी ने कहा कि केन्द्र सरकार हठधर्मिता अपनाए हुए है। केन्द्र सरकार ने देश के कारपोरेट घरानों के लिए सेल पर लगा दिया है और सभी सरकारी सम्मपतियों को सरकार बेच रही है। इस अवसर पर औघड पीर डेरे के महंत रमेशनाथ, महेन्द्र बांगड़ी, मंजीत मोखरा, मनीषा बोहत, नवीन मेहरा, आजाद सिंह बुधवार, इन्द्रजीत आदि मौजूद रहे।
कृषि कानूनों को लेकर सरकार का विरोध रहेगा जारी
चरखी दादरी (निस) : सर्वजातीय फौगाट खाप ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि अगर उनके क्षेत्र में सरकार के नेताओं द्वारा अंबेडकर जयंती मनाई तो खाप पुरजोर विरोध करेगी। साथ ही 11 अप्रैल को कितलाना टोल पर होने वाली महापंचायत में खाप के लोग पहुंचेंगे और कृषि कानूनों के विरोध में आगामी आंदोलन के लिए बनने वाली रणनीति में हिस्सा लेंगे।
फौगाट खाप की पंचायत शनिवार को दादरी के स्वामी दयाल धाम पर खाप प्रधान बलवंत फौगाट की अध्यक्षता में आयोजित की गई। सर्वजातीय पंचायत में किसान, सामाजिक व कर्मचारी संगठनों ने भी भाग लिया।
हर वर्ग से जुड़ा है किसान आंदोलन : कांता
दलित पिछड़ा वर्ग महापंचायत की अध्यक्षता करते हुए मिशन एकता समिति की प्रदेश अध्यक्ष कांता आलडिया ने कहा कि किसान आंदोलन हर वर्ग का आंदोलन है और दलित समाज कंधे से कंधा मिलाकर किसानों के साथ है। डॉ. भीमराव अंबेडकर और सर छोटूराम की विचारधारा किसान, मजदूर व दलितों के उत्थान की थी लेकिन भाजपा व आरएसएस की विचारधारा देश को गुलाम बनाने की है। इसलिए सरकार जातिवाद व धर्म का जहर घोलकर देश व प्रदेश के भाईचारे को खराब करने में लगी है। सरकार ने दलित व किसानों को आपस में लड़वाने के लिए ही डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती मनाने का निर्णय लिया है और दलित एवं पिछड़ा वर्ग समाज सबसे पहले इसका विरोध करेगा।
महापंचायत आज, चढूनी, युद्धवीर सिंह करेंगे संबोधित
भिवानी (हप्र) : किसान आंदोलन में तेजी लाने के मकसद से कितलाना टोल पर रविवार को होने वाली किसान महापंचायत की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। टोल पर चले रहे अनिश्चितकालीन धरने पर वक्ताओं ने कहा कि इस महापंचायत में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता गुरनाम सिंह चढूनी, युद्धवीर सिंह के साथ प्रदेश भर की खाप, किसान, मजदूर, व्यापारी और कर्मचारी संगठन भाग लेंगे। उन्होंने कहा कि किसान महापंचायत को लेकर ग्रामीणों में भारी उत्साह है। उन्होंने डीएपी की बढ़ी कीमतों की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का दावा करती थी लेकिन डीएपी के कट्टे की कीमत एक बार में 700 रुपए बढ़ाने से लागत जरूर दोगुनी करने का काम कर दिया है। धरने का मंच संचालन रणधीर घिकाड़ा ने किया। इस अवसर पर सुरजभान सांगवान, मंगल सुई, सुरेश फौगाट, कप्तान रामफल, धर्मपाल महराणा, राजकुमार हड़ौदी, धर्मेन्द्र छपार, सरदारा राम, रणबीर छपार, सत्यवान कालुवाला आदि मौजूद रहे।