जोहड़ की 45 साल बाद चमकी किस्मत, शुरू हुई सफाई
मनोज बुलाण/निस
मंडी अटेली, 29 मई
नेशनल हाईवे 11 पर स्थित मिर्जापुर-बाछौद गांव के जोहड़ की 45 साल बाद किस्मत चमकी। अब उसकी छंटाई और सफाई हो रही है। जोहड़ में गांव का गंदे पानी के साथ बारिश का पानी भी यही ठहरने के कारण रोड पर घरों में जलभराव की स्थिति बन रहती है। बारिश के दिनों में गांव में बाढ़ की स्थिति बन जाती है तथा नेशनल हाईवे पर भी जलभराव होने से आवागमन पूरी तरह से बाधित हो जाता है। ग्रामीण पंच बिरेंद्र, राजकुमार, दीपक, रविंद्र बनिया आदि ने बताया कि करीब पांच एकड़ में फैले जोहड़ का पहले पानी अब इसमें जमे गंदी गाद का युद्ध स्तर पर पोपलेंड, जेसीबी व ट्रैक्टरों की सहायता से निकाला जा रहा है। गांव के जोहड़ की छटाई के लिए स्थानीय विधायक व मंत्री आरती राव के प्रयासों की ग्रामीणों के साथ ग्राम पंचायत सराहना कर रही है। ग्रामीणों का कहना है कि 40-45 साल पहले पूर्व सीएम राव बिरेंद्र सिंह ने गांव के जोहड़ की पूरी तरह से छटाई करवाई थी कि अब उनकी पोती जो अटेली की विधायक व मंत्री आरती राव है उनके प्रयासों से जोहड़ की छटाई को गांव के दोनों सरपंच व ग्रामीण आपसी भाई चारे के साथ पिछले एक सप्ताह से लगे हुए है। अटेली विधायक एवं मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि जब वह चुनावों के समय ग्रामीणों के बीच में गई थी तो लोगों ने जोहड़ के गंदे पानी के लिए विशेष आग्रह किया था। गांव की सबसे बड़ी समस्या को ध्यान में देखते हुए प्रशासन के अधिकारियों को इस समस्या का हल निकालने के लिए उसने बोला था। गांव के जोहड़ की छटाई मानसून से पहले करवा दी जाएगी। ग्राम पंचायत को किसी प्रकार की इसमें दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।
मिर्जापुर के सरपंच संजय कुमार ने बताया कि उनके गांव के वैसे तो अनेक कार्य हो रखे है लेकिन सबसे बड़ी समस्या गांव के जोहड़ के गंदे पानी निकासी की प्रमुख मांग थी। इसके लिए मंत्री आरती सिंह राव के प्रयासों के चलते जोहड़ की छटाई चल रही है। बाछौद के सरपंच संजय बागड़ी ने कहा कि जोहडू की पूर्ण रूप से छंटाई होने से मक्खी-मच्छरों का प्रकोप भी खत्म होने के साथ दुर्गंध से भी छुटकारा मिलेगा।
मिर्जापुर के सरपंच दिलबाग सिंह ने कहा कि गांव के जोहड़ के गंदे पानी को निकालने के लिए अप्रैल माह में इंजन आदि लगा कर पानी को बाहर निकाला गया। अटेली विधायक व मंत्री आरती सिंह राव के प्रयासों के चलते इस कार्य को क्रियान्वित किया गया है। पानी सूखने के बाद अब जोहड़ में जमा गाद, मिट्टी को पोकलैंड मशीन, जेसीबी, ट्रैक्टर आदि लगाए हुए है। हमारे गांव की सबसे बड़ी समस्या जोहड़ को साफ करने की थी। जोहड़ में गाद व लंबे समय से सफाई नहीं होने से मिट्टी पानी नहीं सूखने के कारण गांव की गलियों व घरों में जलभराव की स्थिति बनी गयी थी।