राजपुरा, 1 अक्तूबर (निस)
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार के प्रयासों से अब दुनियाभर के उद्योगपति राज्य का रुख करने लगे हैं। नीदरलैंड आधारित पशुचारा संयंत्र की आधारशिला रखने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री मान ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के किसान जो पारंपरिक खेती कर रहे हैं, वे अब फसल विविधीकरण के नए रास्ते तलाश रहे हैं। ऐसे में वे बागवानी या डेयरी उद्योग अपना सकते हैं। बेहतर कमाई के लिए मुर्गी पालन, मछली पालन, सूअर पालन और अन्य व्यवसायों की ओर बढ़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया की शीर्ष 10 अग्रणी पशु आहार निर्माता कंपनियों में से एक डी हीऊज़ यहां एक प्लांट स्थापित करने जा रही है जिस पर 138 करोड़ रूपये की लागत आयेगी। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई की बेहतरीन टेक्नोलॉजी आने से किसानों की आमदन में बढ़ोतरी होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबियों में शुरू से ही उद्यमशीलता और नेतृत्व के गुण भरे हुए हैं, जिस कारण उन्होंने दुनियाभर में अपनी जगह बनाई है। उन्होंने कहा कि पंजाबियों की मेहनत का कोई जवाब नहीं है, जिसकी बदौलत पंजाबी हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि अब तक पंजाब में 50840 करोड़ का निवेश आ चुका है। टाटा स्टील ने जमशेदपुर के बाद पंजाब में सबसे बड़ा निवेश किया है। इसके अलावा जिंदल स्टील, क्लास टैफो, हिंदुस्तान लीवर सहित कई कम्पनियां भी निवेश कर रही है। इससे पंजाब के 2.25 लाख नौजवानों को रोज़गार मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उद्योग के लिये सिंगल विंडो सिस्टम है, पहले इस सिस्टम का सही इस्तेमाल नहीं होता था। पहले एमओयू परिवारों के साथ होते थे लेकिन अब पंजाब के लोगों के साथ हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब देश का प्रवेश द्वार है, दुनियाभर के कारोबारियों को प्रदेश में निवेश कर बहुत लाभ होगा। इसका कारण यह है कि पंजाब अब देश के उद्योग के तौर पर काफी तरक्की कर रहा है। पंजाब में अब पूरी तरह से अमन-चैन व उद्योगों के लिये अनकूल माहौल है। इस मौके पर विधायक नीना मित्तल, घनौर के विधायक गुरलाल घनौर, दिनेश मेहता, इस्लाम अली, शेर सिंह सहित अन्य आम आदमी पार्टी नेता व अधिकारी मौजूद थे।