राजीव तनेजा/ हप्र
मोहाली, 15 सितंबर
कर्नल मनप्रीत सिंह के सात वर्षीय बेटे कबीर ने सेना की वर्दी पहनकर शहीद पिता को अंतिम विदाई दी और ‘जय हिंद पापा’ कहा। कश्मीर घाटी में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सर्वोच्च बलिदान देने वाले कर्नल मनप्रीत (42) का शुक्रवार को मोहाली जिले में उनके पैतृक गांव भड़ौजियां में राजकीय व सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बेटे कबीर ने मुखाग्नि दी। पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित, पूर्व सेना प्रमुख वीपी मलिक, राज्य के कैबिनेट मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा और अनमोल गगन मान के साथ-साथ सेना तथा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीद को श्रद्धांजलि दी।
शहीद कर्नल की अंतिम यात्रा जिस रास्ते से गांव पहुंचनी थी, उसे गांव वालों ने खुद साफ किया। पिछले दिनों हुई बारिश के कारण यहां सड़कें बिलकुल टूट गईं थी। चंडीगढ़ से जब शहीद की पार्थिव देह भड़ौजियां लायी गई, तो उनके घर के बाहर दूर तक लोगों की भीड़ जुट गई। कर्नल मनप्रीत की पत्नी उनके ताबूत पर सिर रखकर रोती रहीं। उनकी मां सुबह से दरवाजे पर इंतजार करती दिखीं।
कर्नल मनप्रीत के दोस्त बोले- वह जो ठान लेते थे, उसे पूरा करके रहते थे। छोटे भाई संदीप ने कहा कि 2014 में पिता की मौत के बाद से बड़े भाई कर्नल मनप्रीत ने पिता का फर्ज भी निभाया। उन्होंने कहा, मुझे उनकी शहादत पर गर्व है, लेकिन उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी।