Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

किसानों की सहमति के बगैर जमीन का अधिग्रहण नहीं होने देंगे : लक्खोवाल

समराला, 10 जून (निस) भारतीय किसान यूनियन पंजाब (लक्खोवाल) की मासिक बैठक आज यूनियन के वरिष्ठ नेता अजमेर सिंह लक्खोवाल की अध्यक्षता में यूनियन के मुख्य कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में यूनियन के एग्जीक्यूटिव सदस्य और जिला प्रधान शामिल...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
समराला में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन (लक्खोवाल) की मासिक बैठक में मौजूद किसान नेता और सक्रिय कार्यकर्ता। -निस
Advertisement

समराला, 10 जून (निस)

भारतीय किसान यूनियन पंजाब (लक्खोवाल) की मासिक बैठक आज यूनियन के वरिष्ठ नेता अजमेर सिंह लक्खोवाल की अध्यक्षता में यूनियन के मुख्य कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में यूनियन के एग्जीक्यूटिव सदस्य और जिला प्रधान शामिल हुए। बैठक में खेती से जुड़े मुद्दों पर गंभीर विचार-विमर्श किया गया। प्रेस को जानकारी देते हुए अवतार सिंह मेहलों (सरपरस्त) और हरिंदर सिंह लक्खोवाल (प्रांतीय प्रधान) ने संयुक्त बयान में कहा कि पंजाब सरकार को किसी भी हाल में पंजाब की उपजाऊ हजारों एकड़ कृषि भूमि पर अर्बन स्टेट (नगरी परियोजनाएं) नहीं बनने दी जाएंगी। इसके खिलाफ बीकेयू (लक्खोवाल) की ओर से बड़ा संघर्ष किया जाएगा। किसी भी सूरत में लैंड पूलिंग की इजाजत नहीं दी जाएगी।

Advertisement

उन्होंने कहा कि बिना उचित मुआवजे के किसान के लिए प्लॉट पर निर्माण कर पाना संभव नहीं है। उन्होंने सरकार से मांग की कि कृषि भूमि की जगह किसी नई, बेकार पड़ी जगह पर ऐसे प्रोजेक्ट लगाए जाएं या फिर किसान की मर्जी से उसे जमीन के बदले जमीन या मार्केट रेट के अनुसार उचित मुआवजा दिया जाए और प्रोजेक्ट की समय-सीमा तय की जाए। यदि समय पर प्रोजेक्ट पूरा नहीं होता है तो सरकार किसानों की जमीन वापस करे या पूरे भुगतान की जिम्मेदारी ले।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा धान समेत अन्य फसलों के रेट में 3% की वृद्धि को किसानों ने शुरू से ही नकार दिया है। सरकार को चाहिए कि फसलों के दाम स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार ‘C2 + 50%’ फॉर्मूले के आधार पर तय किए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत माला परियोजना के तहत पंजाब की जिन जमीनों का अधिग्रहण सड़कों के निर्माण हेतु किया जा रहा है, उनका मुआवजा तुरंत किसानों को दिया जाए। बिना मुआवजे के सरकार द्वारा की जा रही जमीनों के अधिग्रहण को तुरंत रोका जाए।

Advertisement
×