चंडीगढ़, 24 जून (ट्रिन्यू)
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा कम किए जाने के मुद्दे पर पंजाब विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने सरकार को इस मुद्दे पर घेरा। राज्यपाल के भाषण पर जब आम आदमी पार्टी के विधायक अमन अरोड़ा चर्चा कर रहे थे तो उन्होंने कानून-व्यवस्था के मुद्दे को उठाया। कांग्रेस विधायक एवं प्रदेशाध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग सिद्धू मूसेवाला की हत्या के लिए मौजूदा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार में मूसेवाला को 10 सुरक्षा कर्मी मुहैया करवाए गए थे। पंजाब में सत्ता संभालने वाली आप की सरकार ने सस्ती वाहवाही लूटने के लिए पहले मूसेवाला के छह सुरक्षा कर्मी वापस लिए और फिर दो सुरक्षा कर्मी वापस ले लिए। इसके बाद सुरक्षा वापसी के बेहद गोपनीय दस्तावेज को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। राजा वड़िंग ने कहा कि आईबी के इनुपट के बाद कांग्रेस सरकार ने मूसेवाला को सुरक्षा दी और उसी इनपुट की अनदेखी करते हुए आप सरकार ने सुरक्षा वापस ले ली। राजा वड़िंग ने कहा कि पंजाब में आए दिन हत्या, फिरौती मांगने की घटनाएं हो रही हैं। इस पर पलटवार करते हुए आप विधायक अमन अरोड़ा ने सदन में वर्ष 2013 से लेकर अब तक हुई अपराधिक घटनाओं पर आंकड़े पेश किए। अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब की पूर्व सरकार के समय हुए गुरु ग्रंथ साहिब बेअदबी कांड, आरएसएस नेता जगदीश गगनेजा, नामधारी माता चंद कौर, मौड़ मंडी धमाका, नाभा जेल ब्रेक, छात्र नेता विक्की मिड्डूखेड़ा आदि के मामले आज भी अनसुलझे हैं और कई मामले अदालतों में विचाराधीन हैं।
वित्तीय संकट पर श्वेत-पत्र लाएगी मान सरकार
पंजाब में चल रहे वित्तीय संकट तथा पूर्व सरकारों द्वारा वित्तीय मामलों में किए गए कुप्रबंधन के मुद्दे पर पंजाब सरकार श्वेत पत्र जारी करेगी। यह श्वेत पत्र पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के दौरान रखा जाएगा। पंजाब विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने के बाद शुक्रवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया। वित्त संबंधी ‘व्हाइट पेपर’ पंजाब सरकार को पेश जटिल मुद्दों को सरल बनाने और मौजूदा सरकार को विरासत में मिली वित्तीय स्थिति संबंधी आम आदमी को स्पष्ट तौर पर अवगत करवाने का यत्न है।
कांग्रेस ने रंगाई पुताई करके नंबर वन बनाये स्कूल : मान
पंजाब में स्कूली शिक्षा के मुद्दे पर आज सदन का माहौल गरमा गया। विधानसभा में पहले दिन कई सदस्यों ने शिक्षा से संबंधित सवाल उठाए। कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने पंजाब में अध्यापकों के रिक्त पदों पर सवाल उठाया तो शिक्षा मंत्री मीत हेयर रिक्त पदों का ब्योरा सदन में पेश नहीं कर पाए। सदन में विपक्षी विधायक चाहते थे कि अध्यापकों की भर्ती को समयबद्ध किया जाए। नेता प्रतिपक्ष प्रताप बाजवा ने कहा कि वर्ष 2002 से 2007 तक की सरकार में शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने 45 दिनों में 18 हजार भर्तियां की थी। बाजवा ने कहा कि पंजाब सरकार शिक्षकों की भर्ती तथा रिक्त पदों पर सदन में रिपोर्ट जारी करे। शिक्षा मंत्री इस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं दे पाए। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि पिछली सरकार ने स्कूलों के लिए इमारतें तो बनाई, लेकिन वहां कोई सुविधा देकर बुनियादी ढांचा मजबूत नहीं किया। मान ने स्कूली शिक्षा में पिछड़ेपन के लिए पूर्व कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया। बाजवा इस तर्क पर भड़क गए और कहा कि पंजाब के सरकारी स्कूल नंबर वन आए हैं और दिल्ली के जिन स्कूलों के मॉडल को पंजाब में पेश किया गया वह पंजाब से पीछे रहे हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने इमारतों पर रंगाई-पुताई करके स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बना दिया जबकि इन इमारतों का इस्तेमाल मिड डे मील बांटने के लिए हुआ।
जब सीएम ने दिखाई विनम्रता
पंजाब विधानसभा में बजट सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने मंत्रियों से पहले विधानसभा में पहुंचे। सदन की कार्यवाही अभी शुरू नहीं हुई थी कि विपक्षी राजनीतिक दल कांग्रेस, भाजपा व अकाली दल के विधायक भी सदन के भीतर पहुंच गए। इस बीच मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जब देखा कि कांग्रेस के नेता सदन में दाखिल हो रहे हैं तो वह बड़ी विनम्रता के साथ अपनी कुर्सी से उठे और नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा की कुर्सी के पास पहुंचे और उन्हें झुककर प्रणाम किया। इसके बाद मान पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के भी पांव छूने के लिए आगे बढ़े लेकिन उन्होंने रोककर गले लगा लिया। इसके बाद भगवंत मान परगट सिंह, अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के अलावा अकाली दल व भाजपा के वरिष्ठ विधायकों से मुलाकात करने उनके टेबल तक पहुंचे।
संदीप नंगल को नहीं दी श्रद्धांजलि
बजट सत्र के पहले दिन जनप्रतिनिधियों एवं स्वतंत्रता सेनानियों के अलावा पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला को श्रद्धांजलि भेंट की गई। विपक्षी दल कांग्रेस कबड्डी खिलाड़ी तथा आत्महत्या करने वाले किसानों को भी इसमें शामिल करवाना चाहता था लेकिन सदन में उनकी मांग को खारिज कर दिया है। स्पीकर कुलतार सिंह संधवा ने सदन की तरफ से शोक प्रस्ताव पेश करते हुए पूर्व मंत्री हरदीपइंदर बादल, पूर्व मंत्री तोता सिंह, पूर्व विधायक सुखदेव सुखलद्धी, शिंगारा राम सहुंगड़ा, स्वतंत्रता सेनानी तारा सिंह, स्वर्ण सिंह, करोड़ा सिंह, सुखराज सिंह, पर्वतारोही गुरचरन भंगू तथा एथलीट हरी चंद को उनके क्षेत्र में दिए गए योगदान के बदले याद करते हुए श्रद्धांजलि भेंट की गई। इसके बाद स्पीकर ने पंजाबी गायक एवं गीतकर शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला द्वारा संगीत के क्षेत्र में दिए गए योगदान को याद करते हुए सदन की तरफ से श्रद्धांजलि भेंट की गई।
संगरूर में मतदान केंद्र से दूर रहे मतदाता, प्रत्याशी परेशान
पंजाब के संगरूर लोकसभा क्षेत्र में उपचुनाव के दौरान सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार तो खूब किया लेकिन किसी ने भी मतदाताओं को वोट डालने के लिए प्रेरित नहीं किया। लिहाजा यहां महज 45.30 प्रतिशत मतदान हुआ है। यह अब तक का सबसे कम रिकार्ड मतदान है। इतना कम मतदान होने के कारण सभी राजनीतिक दलों का गणित फेल हो गया है। संगरूर लोकसभा क्षेत्र में इससे पहले कभी इतना कम मतदान नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद यह सीट खाली हुई थी। इस सीट पर आम आदमी पार्टी के गुरमेल सिंह, कांग्रेस के दलबीर सिंह गोल्डी, अकाली दल कमलदीप कौर, भाजपा के केवल ढिल्लों तथा अकाली दल अमृतसर के सिरमनजीत सिंह मान के बीच मुकाबला है। मान ने इस क्षेत्र के लोगों के धान की रोपाई में व्यस्त होने का हवाला देकर मतदान का समय एक घंटा बढ़ाने की मांग की थी लेकिन चुनाव आयोग ने इसे खारिज कर दिया। संगरूर लोकसभा क्षेत्र में उपचुनाव में रविवार को परिणाम का ऐलान किया जाएगा। सीएम ने विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब बहुत कम समय बचा है। परसों पता चल जाएगा कि संगरूर की जनता ने किसे चुना है। भगवंत मान ने कहा कि किसानों का धान की रोपाई में व्यस्त होने और अधिक गर्मी के कारण लोगों के बाहर न निकलने के कारण मतदान कम हुआ है।