कपूरथला (निस) : जिला कपूरथला में रविवार को कोरोना से एक महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 28 लोग कोरोना पीडि़त पाए गए। इसके साथ जिले में कोरोना पीडि़तों की संख्या 1233 हो गई है। सिविल सर्जन डा. जसमीत कौर बावा ने बताया कि सिविल अस्पताल में एक डाक्टर व आपरेशन थियेटर में काम करने वाला एक कर्मचारी पॉजिटिव आया है। इन 28 कोरोना पीडि़तों को कपूरथला के सर्कुलर रोड पर नशा छोड़ो केंद्र में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड, पीटीयू व फगवाड़ा, जालंधर में बनाए गए आइसोलेशन वार्डों में शिफ्ट कर दिया गया है, वहीं कुछ कोरोना पीडि़तों को घरों में ही शिफ्ट कर दिया गया है। सिविल सर्जन ने बताया कि आज जिले में 2 कोरोना मरीजों की मौत हो गई। मरने वालों में 65 वर्षीय महिला प्रीत नगर कपूरथला की वासी थी, जिसका इलाज जालंधर के निजी अस्पताल में चल रहा था जबकि 70 वर्षीय व्यक्ति, जोकि ढिलवां का रहने वाला था, का इलाज मेडिकल कालेज अमृतसर में चल रहा था।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।