पटियाला, 25 अक्तूबर (एजेंसी)
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने रविवार को दशहरा के मौके पर पटियाला में पंजाब के पहले खेल विश्वविद्यालय और अन्य विकास परियोजनाओं की डिजिटल माध्यम से नींव रखी। एक सरकारी बयान के मुताबिक, महाराज भूपिंदर सिंह खेल विश्वविद्यालय 500 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा। इसमें से 60 करोड़ रुपये अकादमिक और प्रशासनिक खंडों के विकास एवं परिसर में छात्रावासों के लिए निवेश किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने अपने दादा भूपिंदर सिंह के योगदान को भी याद किया जिनकी 129वीं जयंती रविवार को ही है। यह विश्वविद्यालय उनकी याद में बनाया जा रहा है। अमरेंद्र सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय खिलाड़ियों के वैज्ञानिक विकास में मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि पंजाब खेलों के एक केंद्र के रूप में विकसित हो और राज्य के खिलाड़ियों एवं कोचों के पास वैज्ञानिक ज्ञान हो।
उन्होंने विश्वविद्यालय के लिए नि:शुल्क भूमि देने के लिए सिंद्धुवाल के लोगों और पंचायत का आभार जताया। सिंह ने उम्मीद जताई कि 2022 तक कर्मी और छात्र विश्वविद्यालय में आ सकेंगे।
उन्होंने पटिलाया के लोगों को दशहरा की शुभकामनाएं भी दीं। पटियाला के लोगों को कोरोना वायरस की वजह से बहुत कष्ट झेलना पड़ा है। मुख्यमंत्री ने नवंबर- दिसंबर में मामलों के बढ़ने की आशंका के बीच लोगों से एहतियात बरतने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने जिन अन्य परियोजनाओं की आधारशिला रखी, उनमें पटियाला शहर के लिए सतही जल-आधारित जल आपूर्ति (503 करोड़), किला मुबारक के पास धरोहर सड़क का विकास (43 करोड़) और राजपुरा रोड पर एक नया बस स्टैंड (65 करोड़) शामिल हैं।
होशियारपुर दुष्कर्म, हत्या मामले में तेजी से की कार्रवाई
कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार ने होशियारपुर दुष्कर्म और हत्या मामले में तेजी से कार्रवाई की, जो हाथरस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार की प्रतिक्रिया से बिल्कुल उलट है। उन्होंने कहा कि इस मामले में अदालत में इस हफ्ते चालान पेश किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई की गई और बिना देरी के आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जबकि हाथरस मामले में ऐसा नहीं हुआ। मीडियाकर्मियों से यहां अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने कहा, ‘यही वजह है कि पीड़ित परिवार के लिये न्याय सुनिश्चित कराने राहुल गांधी को हाथरस जाना पड़ा और होशियारपुर आने की जरूरत नहीं पड़ी।’ केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण की “चुनिंदा आक्रोश” वाली टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस अगर होशियारपुर मामले में तेजी से कार्रवाई करने में नाकाम रहती, तो राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अन्य उसी तरह प्रतिक्रिया देते जैसी उन्होंने हाथरस मामले में दी। मुख्यमंत्री ने शनिवार को भाजपा नेता निर्मला सीतारमण और प्रकाश जावड़ेकर पर होशियारपुर दुष्कर्म-हत्या मामले में उनकी टिप्पणी को लेकर निशाना साधा था और उनकी टिप्पणी को “राजनीतिक प्रचार” करार दिया और कहा कि उनके पास आलोचना के समर्थन में कोई ठोस आधार नहीं है।