ट्रेंडिंगमुख्य समाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाफीचरसंपादकीयआपकी रायटिप्पणी

कुछ राजनेताओं को पंजाब की स्वास्थ्य क्रांति हजम नहीं हो रही : डॉ. बलबीर

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने खन्ना सिविल अस्पताल का किया दौरा
खन्ना के सिविल अस्पताल में डॉक्टरों के साथ अस्पताल की कार्यप्रणाली की समीक्षा करते स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह । -निस
Advertisement

समराला, 21 मई (निस)

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने खन्ना सिविल अस्पताल का दौरा कर डॉक्टरों की सेवाओं की गुणवत्ता की समीक्षा की और डॉक्टरों के साथ बैठक की। कैबिनेट मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद के साथ डॉ. सिंह ने एक राजनीतिक नेता द्वारा लगाए गए मरीजों की अनदेखी के आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया व उन्हें बेबुनियाद बताया। कहा कि कुछ असंतुष्ट राजनेताओं को पंजाब की स्वास्थ्य क्रांति हजम नहीं हो रही। मीडिया से बात करते हुए डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि ये आरोप एक मरीज से संबंधित हैं जो एक साल पहले दिल का दौरा पड़ने के कारण अस्पताल आया था। मरीज को तुरंत स्थिर किया गया, उसे मुफ्त थ्रॉम्बोलाइटिक इलाज मिला और बेहतर देखभाल के लिए एक उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा में रेफर किया गया। मरीज, जिसे मधुमेह और हाई ब्लड प्रेशर है और जो नियमित रूप से दवाइयों का पालन नहीं करता, को बाद में पेसमेकर लगाया गया और सेक्टर 32, चंडीगढ़ में उसका इलाज जारी रहा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सिंह ने आगे बताया कि 17 मई को वही मरीज खन्ना सिविल अस्पताल में करीब 11 बजे गंभीर हालत में पहुंचा, जिसकी नब्ज दर 116, अनियंत्रित ब्लड शुगर 410, ब्लड प्रेशर 198/90 और ऑक्सीजन संतृप्ति 56 प्रतिशत थी, साथ ही सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। ड्यूटी पर मौजूद ऑर्थोपेडिक विशेषज्ञ डॉ. राघव ने तुरंत टेली-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक चिकित्सा विशेषज्ञ से सलाह ली, मरीज को स्थिर करने के लिए आपातकालीन देखभाल प्रदान की और पहले के इलाज को जारी रखते हुए 108 एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल में ट्रांसफर की व्यवस्था की। स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल के स्टाफ की तेज और उचित प्रतिक्रिया की सराहना की और दावा किया कि मरीज को समय पर और प्रभावी इलाज मिला। उन्होंने आरोपों की निंदा करते हुए कहा कि यह अस्पताल की साख को नुकसान पहुंचाने की राजनीति से प्रेरित कोशिश है और जनता से अपील की कि वे फैलाए गए भ्रामक दावों और गैर-जिम्मेदार रिपोर्टिंग से गुमराह न हों।

Advertisement

Advertisement