बठिंडा/कपूरथला/चंडीगढ़, 5 अप्रैल (निस/एजेंसी)
किसानों ने सोमवार को पंजाब में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के कार्यालयों के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान, किसानों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी के साथ ही अपनी विभिन्न मांगों को उठाया। प्रदर्शनकारी किसानों ने केंद्र सरकार के उस आदेश पर भी रोष व्यक्त किया, जिसमें किसानों के बैंक खाते में सीधा ऑनलाइन भुगतान करने के वास्ते किसानों की भूमि का रिकॉर्ड मांगा गया है। किसानों ने इस आदेश को तत्काल वापस लिए जाने की मांग भी की। भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने कहा कि उनके संगठन ने पंजाब के 15 जिलों में एफसीआई के 34 कार्यालयों का घेराव किया। चंडीगढ़, अमृतसर, संगरूर में किसानों ने केंद्रीय खरीद एजेंसी के बाहर प्रदर्शन किया। किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि केंद्र किसानों को सीधे भुगतान संबंधी अपने आदेश को कुछ समय के लिए स्थगित करे। उन्होंने कहा कि अगर इसे लागू किया जाता है तो उन किसानों को भुगतान में परेशानी का सामना करना पड़ेगा, जिन्होंने ठेके पर भूमि लेकर फसल उगाई है।
कपूरथला में भी दिया धरना : भारतीय किसान यूनियन कादिया के आह्वान पर जिलाध्यक्ष जसबीर सिंह लिटां की अध्यक्षता में रेलवे स्टेशन के पास स्थित एफसीआई कार्यालय के बाहर धरना दिया गया। धरने पर बैठे किसानों ने जहां कृषि कानूनों की रद्द करने की मांग की, वहीं केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए डीसी दीप्ति उप्पल को मांग-पत्र भी सौंपा। जसबीर सिंह लिटां ने कहा कि एफसीआई ने जो फरमान जारी किया है कि गेहूं की फसल का भुगतान सीधे खातो में आएगा और उसके लिए जमाबंदी जमा करवानी होगी। इस फरमान को किसानों ने रद्द करने की मांग की।

फसल का भुगतान सीधे खातों में करना किसानों को नामंजूर
संयुक्त किसान मोर्चे द्वारा एफसीआई कार्यालयों के घेराव के आह्वान के तहत आज जिले में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के सदस्यों ने मौड़ मंडी, रामां मंडी, भुच्चो मंडी तथा गोनियाना मंडी में एफसीआई कार्यालयों का घेराव किया। यूनियन के जिलाध्यक्ष शिंगारा सिंह मान, हरजिंदर सिंह बग्घी, बसंत सिंह कोठागुरु, जगदेव सिंह जोगेवाला, दर्शन सिंह माईसर खाना, परमजीत कौर पिथो, कर्मजीत कौर लैहराखाना, मालन कौर, कुलवंत रायके कलां, बलजीत सिंह पूहला, जिला संयोजक मास्टर सेवक सिंह, सुखदेव सिंह रामपुरा अन्य नेताओं ने सम्बोधित किया। भुुुुच्चो मंडी में अपने सम्बोधन में शिंगारा सिंह मान ने बताया कि केन्द्रीय खाद्य मंत्री के नाम अधिकारियों को दिए मांग-पत्र में मांग की गई है कि गेहूं की खरीद के समय जमीन की जमाबंदी पेश करने का फैसला वापस लिया जाए, रकम की अदायगी फसल के काश्तकारों को ही की जाए।
किसान बोले-सीधी अदायगी मंजूर नहीं
होशियारपुर (निस) : संयुक्त किसान मोर्चा दिल्ली के आदेशानुसार प्रधान हरपाल सिंह संघा की अध्यक्षता में होशियारपुर में एफसीआई दफ्तर, ऊना रोड का घेराव कर धरना दिया। प्रधान हरपाल सिंह संघा ने धरने को सम्बोधित करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने भारत के किसानों को कार्पोरेट घरानों के गुलाम बनाने के लिए तीन काले कानून बनाकर धक्केशाही से संसद में पास करवाकर लागू करने का निंदनीय कार्य किया है। उधर, आजाद किसान संघर्ष कमेटी ने कृषि कानूनों के खिलाफ लाचोवाल टोल प्लाजा पर धरना दिया। धरने को संबोधित करते हुए किसान नेता गुरदीप सिंह खुनखुन, रणधीर सिंह असलपुर, औंकार सिंह धामी और परमिंदर सिंह लाचोवाल ने कहा कि एफसीआई कार्यालयों की घेराबंदी ने किसानों को अपनी ताकत का अहसास कराया।