चंडीगढ़, 24 अक्तूबर (एजेंसी)
कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने रविवार को कहा कि राज्य से जुड़े वास्तविक मुद्दों पर फिर से चर्चा शुरू होनी चाहिए जिसका संबंध हर पंजाबी और आने वाली पीढ़ी से है। सिद्धू ने इस बात पर जोर दिया कि वह राज्य के वास्तविक मुद्दों से पीछे नहीं हटेंगे। सिद्धू का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम के साथ दोस्ती को लेकर पंजाब के कई कांग्रेस नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह के बीच जुबानी जंग तेज हो गयी है। सिद्धू ने ट्वीट कर कहा, “पंजाब से जुड़े वास्तविक मुद्दों पर फिर से चर्चा शुरू होनी चाहिए जिसका संबंध हर पंजाबी और हमारी आने वाली पीढ़ियों से है। हम उस वित्तीय आपातकाल का मुकाबला कैसे करेंगे जोकि एक बड़े संकट के रूप में हमारे दरवाजे पर दस्तक देने के लिए तैयार है। मैं राज्य से संबंधित वास्तविक मुद्दों को लेकर किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटूंगा।” हाल ही में दिल्ली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल और हरीश रावत के साथ अपनी बैठक के दौरान सिद्धू ने पार्टी नेतृत्व द्वारा बनाए गए 18 सूत्रीय एजेंडे पर चिंता जताई थी। इस 18 सूत्रीय एजेंडे में 2015 की बेअदबी के मामलों और ड्रग्स माफिया के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई शामिल है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा था कि पंजाब के लोग शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी की पिछली सरकार के शासन के दौरान 2015 में गुरु ग्रंथ साहिब के अपमान के विरोध में फरीदकोट के कोटकपुरा और बहबल कलां में प्रदर्शनकारियों पर पुलिस फायरिंग के लिए न्याय की मांग करते हैं। सिद्धू ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में विभिन्न मुद्दों का उल्लेख करते हुए कहा कि विशेष कार्य दल (एसटीएफ) की रिपोर्ट के मुताबिक मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह में “बड़ी मछली” की गिरफ्तारी होनी चाहिए। सिद्धू ने कहा कि पार्टी के पास ‘अपूर्णीय क्षति’ और ‘क्षति नियंत्रण’ में से चुनाव करने का अंतिम मौका है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा, “हमारे सामने अपूर्णीय क्षति और क्षति नियंत्रण के अंतिम अवसर में से चुनाव करने का आखिरी मौका है। राज्य के संसाधनों को निजी कंपनियों की जेबों में जाने के बजाय उन संसाधनों को कौन वापस लाएगा? हमारे महान राज्य की समृद्धि के लिए उसके पुनरुत्थान की पहल का नेतृत्व कौन करेगा।” सिद्धू ने पार्टी अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा था कि यह चुनावी राज्य के “पुनरुत्थान और ऋणमुक्ति के लिये आखिरी मौका” है। सिद्धू ने अपने तीसरे ट्वीट में कहा, “धुंध को साफ करें, पंजाब के पुनरुद्धार के रोडमैप पर वास्तविक सूरज की तरह चमकें, स्वार्थी निहित स्वार्थों की रक्षा करने वालों को दूर करें और केवल उस मार्ग पर ध्यान केंद्रित करें जो “जीतेगा पंजाब, जीतेगी पंजाबियत और जीतेगा हर पंजाबी’ की ओर ले जाएगा।”
‘इस तरह की अराजकता’ पहले कभी नहीं देखी : मनीष तिवारी
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह की पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम के साथ दोस्ती को लेकर प्रदेश कांग्रेस के नेताओं और उनके बीच तीखी नोकझोंक के बीच, पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने रविवार को कहा कि उन्होंने पार्टी की प्रदेश इकाई में ‘इस तरह की अराजकता’ कभी नहीं देखी। तिवारी ने एक-दूसरे के खिलाफ ‘अप्रिय भाषा’ के इस्तेमाल पर अप्रसन्नता जतायी। तिवारी ने सवाल किया कि क्या पार्टी को लगता है कि लोग प्रतिदिन इस तरह की चीजें होने से निराश नहीं होते हैं। पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा था कि यह पता लगाने के लिए जांच की जाएगी कि क्या आलम के पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध हैं, जिसके बाद अमरेंद्र सिंह ने रंधावा पर व्यक्तिगत आक्षेप करने का आरोप लगाया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने शनिवार को अमरेंद्र सिंह पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि राज्य में एक भी अधिकारी की तैनाती अरूसा आलम को ‘पैसे या तोहफे’ दिये बिना नहीं हुई। तिवारी ने रविवार कई ट्वीट करके 2015 की बेअदबी की घटनाओं, नशीले पदार्थ की समस्या और बिजली खरीद समझौते जैसे मुद्दों पर जांच की प्रगति पर सवाल उठाया। उन्होंने एक साक्षात्कार में उनके संदर्भ को लेकर कांग्रेस महासचिव हरीश रावत पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘चूंकि आपने (रावत) मुझे इस साक्षात्कार में संदर्भित किया था, मैं भी आपका तब से सम्मान करता हूं, जब मैं नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन आफ इंडिया (एनएसयूआई) का नेतृत्व करता था और आप कांग्रेस सेवादल का नेतृत्व करते थे। हालांकि, कांग्रेस में मेरे 40 वर्षों से अधिक के समय में मैंने ऐसी अराजकता कभी नहीं देखी, जो आज पंजाब में चल रही है।’ तिवारी ने ट्वीट किया, ‘एक प्रदेश कांग्रेस समिति अध्यक्ष द्वारा एआईसीसी की बार-बार खुली अवहेलना, बच्चों की तरह सहकर्मी एक-दूसरे के साथ सार्वजनिक रूप से झगड़ते हैं। एक-दूसरे के खिलाफ अप्रिय भाषा का उपयोग करते हैं..। पिछले पांच महीनों से, यह पंजाब कांग्रेस बनाम पंजाब कांग्रेस है। क्या हमें लगता है कि पंजाब के लोग प्रतिदिन होने वाली इस तरह की चीजों से निराश नहीं होते हैं?’ उन्होंने कांग्रेस द्वारा अपनी पंजाब इकाई में गुटबाजी समाप्त करने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व वाली तीन सदस्यीय समिति के गठन को ‘निर्णय की एक गंभीर त्रुटि’ करार दिया। उन्होंने कहा, ‘उन मुद्दों को लेकर प्रगति कहां है जिसने इन विधायकों और अन्य प्रमुखों को आंदोलित किया-मादक पदार्थ, बिजली पीपीए, अवैध रेत खनन। क्या आंदोलन आगे बढ़ा है?’
कांग्रेस ने किसानों का वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया : आप
पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक कुलतार सिंह संधवां ने आरोप लगाया कि राज्य की कांग्रेस सरकार ने किसानों से किए गए वादों को कभी पूरा नहीं किया और उन्हें वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया। आप की किसान शाखा के अध्यक्ष संधवां ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह की तरह चरणजीत चन्नी के नेतृत्व वाली सरकार ने भी न तो किसानों का कर्ज माफ किया और न ही उन्हें फसल के नुकसान का “मुआवजा” दिया। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस सरकार ने किसानों से किए अपने वादों को कभी पूरा नहीं किया और उन्हें केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया।’ संधवां ने मांग की कि चन्नी सरकार उन किसानों को पूरा मुआवजा दे, जिनकी फसल हाल ही में हुई बारिश और कीटों के हमले से खराब हुई है। उन्होंने कहा कि खराब मौसम के कारण धान में नमी की मात्रा में छूट दी जानी चाहिए ताकि किसानों को अनाज मंडियों में परेशानी का सामना न करना पड़े।
संधवां ने दावा किया कि धान की खरीद करने वाली सरकारी एजेंसियां नमी की अधिक मात्रा के बहाने फसल नहीं उठा रही हैं और किसानों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।